इंदौर में लव जिहाद के लिए फंडिंग करने वाले आरोपी कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी ने तीन महीने बाद शुक्रवार को कोर्ट में सरेंडर कर दिया था। फिल्हाल अनवर कादरी 3 सितंबर तक रिमांड पर है। बुधवार को पुलिस पूछताछ में अनवर कादरी के मोबाइल को लेकर खुलासा हुआ है।
पूछताछ में ये बात सामने आ चुकी है कि कादरी के पास दो मोबाइल थे, जिसमें से उसने अपना एक मोबाइल तोड़कर नागपुर में दिया था। जिसमें लव जिहाद से जुडे अहम सबूत भी हो सकते है। अब इंदौर पुलिस उस टूटे मोबाइल की तलाश में नागपुर जाएगी। पुलिस को आशंका है कि उसमें कुछ जरूरी डेटा मिल सकता है। हालाकि नागपुर जाने के लिए पुलिस को कोर्ट से परमिशन लेनी होगी।
आपको बता दें ये भी खुलासा हो चुका है कि अनवर कादरी जैसे ही इंदौर से भागते हुए नेपाल पहुंचा। वहां उसने दूसरी सिम खरीद ली। अनवर नेपाल के काठमांडू में जिस होटल में रूका था, उसका पेमेंट भी उसकी बेटी आयशा ने ऑनलाइन किया था। इसके अलावा दो अन्य और लोगो के नाम भी सामने आए है जिनके नाम की सिम का इस्तेमाल अनवर कादरी और उसकी बेटी आयशा कर रहे थे।
इंदौर पुलिस का कहना है कि फिलहाल अनवर कादरी से और भी पूछताछ होना बाकी है। इसलिए उसे कोर्ट में पेश करके उसका रिमांड और बढ़ाया जा सकता है। साथ ही पुलिस अनवर के फाइनेंशियल सोर्स के बारे में भी जानकारी जुटाने में लगी है। पुलिस कादरी की बेटी आयशा से जेल में पूछताछ की परमिशन लेने के लिए कोर्ट को लेटर लिख चुकी है।
पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ कि इंदौर में कादरी पर लव जिहाद का केस दर्ज होते ही वह सीधे भोपाल गया, भोपाल से नागपुर और वहां से हैदराबाद और चेन्नई तक पहुंचा। तब वहां किसी ने उसे दक्षिण के राज्यों में जाने की सलाह दी, क्योंकि वहां कांग्रेस की सरकार थी और पुलिस की दिक्कत कम होगी। लेकिन पुलिस प्रशासन लगातार उसकी तलाश में जुटा रहा।
महाराष्ट्र में उसके रिश्तेदारों के घर भी छापेमार कार्यवाही की। ऐसे में अनवर कादरी चेन्नई से केरल के एनार्कुलम होते हुए ट्रेन से सिक्किन के सिलिगुड़ी पहंचा। सिलिगुड़ी से वह दार्जलिंग गया और कुछ दिन तक वहां रुकने के बाद वापस सिलिगुड़ी आया। तब उसे पता चला कि सिलिगुड़ी नेपाल के पास में है और वहां पुलिस उसे नहीं पकड़ पाएगी, इसलिए वो वहां से नेपाल भाग निकला।