इंदौर शहर की लगातार बढ़ती ट्रैफिक समस्या को देखते हुए अब ट्रैफिक पुलिस ने मुख्य सड़कों पर व्यवस्थाओं को सुधारने के लिए ठोस कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। शहर के सबसे व्यस्त इलाकों में शामिल रीगल सर्कल पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। शाम के समय यहां वाहनों का दबाव इस कदर बढ़ जाता है कि कुछ ही मिनटों में लंबा जाम लग जाता है। इसी स्थिति को समझने और जमीनी हकीकत जानने के लिए अधिकारियों ने ड्रोन की मदद से पूरे इलाके का सर्वे कराया। ऊपर से लिए गए फुटेज के जरिए यह देखा गया कि किन दिशाओं से ट्रैफिक का दबाव ज्यादा रहता है और कहां पर वाहन रुक-रुक कर चलते हैं।
रोटरी छोटी करने की तैयारी, रिपोर्ट पर काम जारी
ड्रोन सर्वे और मौके के निरीक्षण के बाद ट्रैफिक पुलिस इस नतीजे पर पहुंची है कि रीगल सर्कल की मौजूदा बनावट भी जाम की बड़ी वजह है। इसी को ध्यान में रखते हुए रोटरी को छोटा करने की योजना बनाई जा रही है। अधिकारियों द्वारा इसकी विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जा रही है, ताकि आने वाले समय में ट्रैफिक की आवाजाही को ज्यादा सुचारू बनाया जा सके। इसके अलावा रीगल सर्कल पर अक्सर राजनीतिक धरने-प्रदर्शन और राष्ट्रीय पर्वों के आयोजनों के कारण भी सड़कें जाम हो जाती हैं, जिससे आम लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
मैदान में उतरे अधिकारी
शनिवार को ट्रैफिक पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी अपने जवानों के साथ खुद चौराहे पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। जवानों के हाथों में मापने वाली टेप थी, जिससे सड़क की वास्तविक चौड़ाई और रोटरी से रोड के बीच की दूरी को नापा गया। मापन के दौरान यह साफ सामने आया कि अलग-अलग दिशाओं में सड़क की चौड़ाई में काफी अंतर है, जो ट्रैफिक के असंतुलन का कारण बनता है। अधिकारियों ने हर एंगल से आंकड़े जुटाए, ताकि भविष्य में बेहतर प्लानिंग की जा सके।
पार्क रोड की वजह से बढ़ता है जाम का दबाव
रीगल सर्कल पर लगने वाले जाम की सबसे बड़ी वजह पार्क रोड की ओर से आने वाला भारी ट्रैफिक माना जा रहा है। राजकुमार ब्रिज और पार्क रोड से आने वाले वाहन तिराहे पर पहुंचकर यू-टर्न लेते हैं और फिर शास्त्री ब्रिज या आरएनटी मार्ग की ओर बढ़ते हैं। इसी प्रक्रिया के दौरान शास्त्री ब्रिज से पलासिया की तरफ जाने वाले वाहन रुक जाते हैं, जिससे कुछ ही देर में लंबा जाम लग जाता है और हालात बिगड़ जाते हैं।
शहर के कई चौराहों पर रोज की परेशानी
रीगल सर्कल के अलावा इंदौर के कई अन्य हिस्सों में भी रोजाना ट्रैफिक जाम आम बात हो गई है। अनोप टॉकीज चौराहा, जिंसी चौराहा, कालानी नगर चौराहा, मारुति नगर चौराहा और मैकेनिक नगर जैसे इलाकों में वाहन चालक अक्सर घंटों फंसे रहते हैं। कई बार इन जगहों पर ट्रैफिक पुलिस की मौजूदगी नहीं होती, जिससे अव्यवस्था और बढ़ जाती है और लोगों को निकलने में भारी दिक्कत होती है।
15 प्रमुख मार्गों का होगा व्यापक सर्वे
डीसीपी ट्रैफिक आनंद कलादगी ने बताया कि शहर में ट्रैफिक जाम की गंभीरता को देखते हुए अब व्यापक स्तर पर सर्वे किया जाएगा। ट्रैफिक पुलिस उन इलाकों की पहचान कर रही है, जहां सबसे ज्यादा जाम लगता है और इसके पीछे के कारण क्या हैं। इसके तहत सड़कों की चौड़ाई का मापन किया जाएगा और ट्रैफिक फ्लो का अध्ययन होगा। कुल पंद्रह प्रमुख मार्गों का विस्तृत सर्वे कर रिपोर्ट तैयार की जाएगी। इसके बाद नगर निगम के सहयोग से चौराहों पर ट्रैफिक इंजीनियरिंग में बदलाव किए जाएंगे, ताकि इंदौरवासियों को रोज के जाम से राहत मिल सके।