स्वतंत्र समय, इंदौर
इंदौर श्री गुरु सिंघ सभा ( Shri Gurusingh Sabha ) चुनाव के उम्मीदवारों की अंतिम सूची सामने आने के बाद बॉबी छाबड़ा ने अपना नाम वापस ले लिया है। उन्होंने बताया कि संघ के चुनाव से समाज में आपसी मतभेद ज्यादा गहरा रहे हैं। समाज के सभी वरिष्ठों को साथ मिलकर बैठना चाहिए। संघ के अध्यक्ष और सचिव का चयन इलेक्शन नहीं सिलेक्शन से होना चाहिए। बॉबी इसके लिए टिंकू और मोनू से भी बात कर रहे हैं। उधर चुनाव को लेकर हाईकोर्ट में याचिका भी दायर हो गई है। 20 को उस पर सुनवाई होगी।
Shri Gurusingh Sabha चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए सीधा मुकाबला
उधरश्री गुरु सिंघ सभा ( Shri Gurusingh Sabha ) चुनाव से बॉबी के नाम वापस लेने के बाद अब अध्यक्ष पद और सचिव पद के लिए सीधे मुकाबला होगा। इसमें गगनजीत सिंह उर्फ रिंकू भाटिया की एक पैनल खंडा नाम से है तो दूसरी तरफ हरपाल उर्फ मोनू भाटिया खालसा पैनल के समर्थन से मैदान में है। टिंकू भाटिया ने चुनाव अधिकारी को अपनी पैनल का नाम खंडा बताया है। उधर मोनू ने अपने फ़तह पैनल को छोडक़र खालसा पैनल के समर्थन से लड़ने की बात कही है। हालांकि, चुनाव अधिकारी को मोनू की पैनल का नाम अब तक नहीं मिला है। बॉबी के नाम वापस लेने के बाद अब अध्यक्ष पद के लिए गगनजीत सिंह ‘रिंकू’ और हरपाल सिंह ‘मोनू’ के बीच मुकाबला होगा। वहीं सचिव पद के लिए इंद्रजीत सिंह होरा और प्रितपाल सिंह उर्फ बंटी भाटिया मैदान में हैं। कार्यकारिणी के 17 पदों के लिए कुल 40 दावेदार थे जिसमें से 6 ने नाम वापस ले लिए। यानी अब दोनों पैनल से यहां भी 17-17 कुल 34 उम्मीदवार मैदान में हैं। इनके बीच सीधे मुकाबला होगा और 17 लोग अधिक वोट पाने वाले चुनकर आएंगे। फतेह पैनल के मोनू भाटिया के गुट ने एक साल पहले चली चुनाव की बयार के बीच घोषणा कर दी थी कि अध्यक्ष का चुनाव लड़ेंगे और बॉबी की खालसा पैनल का उन्हें समर्थन है, लेकिन कुछ ही घंटों में खालसा पैनल ने इसका खंडन कर दिया था। इसके बाद मोनू, टिंकू भाटिया से मिलने गए और समझौते की पहल की, लेकिन वह भी नहीं हुआ।