मध्य प्रदेश के इंदौर जिले के देसमरोल थाना क्षेत्र में पुलिस ने एक अंधे कत्ल का चौंकाने वाला खुलासा करते हुए महज कुछ घंटों में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। मृतक असमत उर्फ अदमत पाल की हत्या प्रेम संबंधों की रंजिश में की गई थी। आरोपियों ने शराब पार्टी के बहाने जंगल में ले जाकर उसकी गला घोंटकर और पत्थरों से कुचलकर निर्मम हत्या कर दी।
मामले की जानकारी:
3 जून 2025 को आशापुर जंगल के एक नाले में 26 वर्षीय अदमत पिता संतोष पाल निवासी सिल्वर ऑक्स कॉलोनी, अन्नपूर्णा, इंदौर का शव बरामद हुआ था। इस सूचना के बाद मृतक के भाई ने पुलिस को जानकारी दी। पुलिस ने तत्काल घटनास्थल का निरीक्षण किया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजते हुए हत्या का मामला दर्ज किया।
तीव्र कार्रवाई और खुलासा:
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक हेमा सिंगर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रूपेश द्विवेदी और उप पुलिस अधीक्षक उमाकांत चौधरी के निर्देश पर थानेदार अमित कुमार के नेतृत्व में एक विशेष टीम बनाई गई। इस टीम ने साक्ष्य जुटाकर जांच तेज की और कुछ ही घंटों में हत्या में शामिल तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार आरोपी और हत्या की वजह:
पुलिस ने जयेश पिता महेन्द्रपाल (उम्र 19), गर्ेश पिता आनंद पंवार (उम्र 21) और एक नाबालिग साथी को पकड़ा। पूछताछ में जयेश ने कबूल किया कि उसकी तथाकथित प्रेमिका के मृतक अदमत पाल से संबंध होने के शक के चलते वह उसे रास्ते से हटाना चाहता था। इसी योजना के तहत जयेश ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर अदमत की हत्या की साजिश रची और उसे शराब पीने के बहाने जंगल ले जाकर मार डाला।
हत्या की निर्ममता:
आरोपियों ने पहले अदमत पाल का गला घोंटा और फिर पत्थरों से कुचलकर उसकी बेरहमी से हत्या कर दी। हत्या के बाद शव को नाले में फेंक दिया और पत्थरों से ढंककर सबूत मिटाने की कोशिश की।
पुलिस की सराहनीय कार्रवाई:
इस पूरी जांच और कार्रवाई में देसमरोल थाना प्रभारी अमित कुमार, उपनिरीक्षक रवीशंकर परीक, शोभाराम रावत, फारुख खान सहित कई आरक्षकों ने महत्वपूर्ण और सराहनीय भूमिका निभाई। टीम की तत्परता और प्रभावी कार्रवाई के कारण यह अंधा हत्याकांड कुछ ही घंटों में सुलझ गया।