स्वतंत्र समय, इंदौर
किसी भी शहर की चमक दमक साफ सुथरी सडक़ों, आकर्षक चौराहों और रात को चमचमाती लाइटों से होती है। चारों तरफ शहर एलईडी ( Smart LED ) की लाइट से चमक रहा है,लेकिन अभी कुछ क्षेत्र ऐसे है जहां पर रोशनी के लिए बिजली के पोल तो खड़े कर दिए गए है, लेकिन उन पर एलईडी लाइट नहीं लगाई गई है। इस मामले में नगर निगम के बिजली विभाग के अधिकारियों का कहना है की शहर में तकरीबन 8 हजार पोल बिना लाइट के खड़े है। अब इन पर एलईडी फिटिंग लगाने का काम जल्द ही शुरु किया जा रहा है। निगम के विद्युत विभाग ने 15 हजार एलइडी खरीदने का टेंडर जारी कर दिया है। खाली पोल पर एलईडी लगाने के साथ उन लाइटों को बदला जाएगा जो बार-बार सुधारने के बावजूद बिगड़ जाती है।
शहर की सुंदरता में भी इजाफा होगा
शहर के कई क्षेत्रों में स्मार्ट एलइडी लाइट का इंतजार काफी समय के बाद समाप्त होने वाला है। इन स्मार्ट लाइट से शहर की अंधेरे क्षेत्र जगमग रोशनी से नहा जाएंगी तो साथ ही रात के समय में शहर की सुंदरता में भी इजाफा होगा। इन लाइट की खास बात यह है कि अंधेरा होने पर यह खुद ही जल जाएंगी और सुबह की बेला के साथ ही यह बुझ भी जाएगी। अभी शहर की सडक़ों पर अधिकतम स्ट्रीट लाइट पारंपरिक तकनीक के उपयोग से लगी हैं, जो एक निश्चित समय पर चालू और बंद होती हैं और रातभर एक समान प्रकाश देती हैं। इससे बिजली की अत्याधिक खपत होती है, जबकि यह स्मार्ट एलइडी लाइट एक लचीले डिमिंग शेड्यूल पर आधारित होंगी, जिसमें निश्चित समय पर प्रकाश की तीव्रता को समायोजित करने का प्रोग्राम होगा।
15 हजार Smart LED खरीदने का टेंडर जारी
शहर की कॉलोनी-मोहल्लों के साथ प्रमुख मार्ग रात को एलईडी ( Smart LED ) की रोशनी में नहाए नजर आते हैं, लेकिन 8 हजार पोल ऐसे हैं जिन पर लाइट नहीं है। इनमें से कई पोल पश्चिम क्षेत्र बिजली वितरण कंपनी ने नए लगाए और कई सडक़ चौड़ीकरण के चलते निगम ने शिफ्टिंग के तहत लगवाए है। अब इन 8 हजार खाली पोल पर एलइडी लगाने का काम किया जाएगा। इसके लिए निगम विद्युत विभाग ने 15 हजार एलइडी खरीदने का टेंडर जारी कर दिया है।
एलइडी लगाने के साथ 5 वर्ष तक मेंटेनेंस का ठेका
एलइडी लगाने के साथ 5 वर्ष तक मेंटेनेंस का ठेका दिया जाएगा। निगम विद्युत विभाग के अफसरों का कहना है कि 8 हजार खाली पोल पर एलईडी फिटिंग लगाने के साथ उन खराब लाइटों को बदला जाएगा जो बारबार सुधराने के बावजूद नहीं सुधर रही। मालूम हो कि निगम पहले 50 हजार के आसपास एलइडी स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत लगा चुका था। ऊर्जा बचत के लिए यह एलइडी लगाई गई है, जिनकी संख्या 1 लाख 28 हजार के आसपास है।
बंद पड़ी रहती है लाइट
निगम ने पूरे शहर में एलइडी लाइट लगा दी है। प्रमुख मागाँ और रोड पर यह लाइट सही ढंग से जलती है, लेकिन कॉलोनी-मोहल्लों में बंद पड़ी रहती है। बंद लाइट को चालू करने के लिए निगम सहित सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत लोग दर्ज करवाते हैं, लेकिन न तो शिकायत का निराकरण समय पर होता और न ही लाइट चालू होती है। शिकायत पर 5 से 7 दिन में लाइट सुधारने आते, लेकिन ठीक तरीके से न सुधारने पर फिर बंद हो जाती है।