विपिन नीमा, इंदौर
देश की बड़ी कंपनियों को एमपीएमआरसीएल के लिए भूमिगत सुरंग ( tunnel ) और स्टेशनों सहित 8.65 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर के निर्माण के लिए ठेका दिया गया है। इस ठेके के साथ अब अंडरग्राउंड मेट्रो प्रोजेक्ट की तस्वीर पूरी तरह से साफ हो गई है। दिल्ली मेट्रो, बेंगलुरु मेट्रो, मुंबई मेट्रो लाइन और कोलकाता मेट्रो के एक बड़े हिस्से का निर्माण करने वाली सिविल कंस्ट्रक्शन कंपनी हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड (एचसीसी) ने टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड (टीपीएल) के साथ साझेदारी में पिछले दिनों मध्य प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एमपीएमआरसीएल) से 2,191 करोड़ रुपये का ठेका तो हासिल कर लिया है, अब काम शुरु करने की तैयारी चल रही है।
अब शुरू हो सकेगा मेट्रो का tunnel और अंडरग्राउंड काम
अब इंदौर रेलवे स्टेशन से एयरपोर्ट तक मेट्रो का अंडरग्राउंड वर्क शुरू हो सकेगा। इस हिस्से में सुरंग ( tunnel ) खोदने की टनल बोरिंग मशी (टीबीएम) से 11.32 किलोमीटर लंबी सुरंग का निर्माण और इंदौर रेलवे स्टेशन, राजवाड़ा, छोटा गणपति, बड़ा गणपति, रामचंद्र नगर, बीएसएफ/कलानी नगर और एयरपोर्ट पर सात भूमिगत स्टेशनों का निर्माण शामिल है। आधिकारिक तौर पर मिली जानकारी के मुताबिक मेट्रो का अंडरग्राउंड कार्य एयरपोर्ट वाले हिस्से से प्रारंभ होगा। इस कार्य से पहले मेट्रो के अधिकारी, एचसीसी तथा टीपीएल के अधिकारी पूरे अंडरग्राउंड वाले हिस्से का निरीक्षण करेंगे। इसके अलावा एयरपोर्ट पर किस तरह से काम शुरु करना है इसको लेकर रणनीति बनाई जाएंगी। सभी को विश्वास में लेकर टनल बनाने के काम का श्रीगणेश होगा।
दोनों कम्पनियां ज्वाइंट वेंचर के रुप में काम करेंगी
जानकारी के मुताबिक हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड (एचसीसीस)और मध्य प्रदेश मेट्रो रेल कॉपोर्रेशन लिमिटेड (एमपीएमआरसीएल) के बीच पिछले दिनों इंदौर में अंडरग्राउंड मेट्रो प्रोजेक्ट को लेकर हुई चर्चा के बाद ठेका तय हु्आ। एचसीसी और 2,191 करोड़ रुपये का यह ठेका एमपीएमआरसीएल के लिए भूमिगत सुरंगों और स्टेशनों सहित 8.65 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर के निर्माण के लिए है। एचसीसी और टीपीएल दोनों कम्पनियां ज्वाइंट वेंचर के रुप में इस काम को अंजाम देंगी। इसमें एचसीसी का हिस्सा 55 प्रतिशत रहेगा। एचसीसी और टीपीएल को मिले ठेके के अनुसार, पैकेज आईएन-05आर 31.32 किलोमीटर लंबी इंदौर मेट्रो चरण-1 परियोजना का एकमात्र अंडरग्राउंड टनल्स है। इस हिस्से में सुरंग खोदने की टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) से 11.32 किलोमीटर लंबी सुरंग का निर्माण शामिल है। यह कॉरिडोर इंदौर रेलवे स्टेशन के पूर्वी हिस्से में स्थित रैंप को एयरपोर्ट स्टेशन के पश्चिमी हिस्से के रैंप से जोड़ेगा।
ये है 8.65 किमी के अन्तर्गत आने वाले मेट्रो के अंडरग्राउंड स्टेशन…
- इंदौर रेलवे स्टेशन
- राजवाड़ा
- छोटा गणपति
- बड़ा गणपति
- रामचंद्र नगर
- बीएसएफ कलानी नगर
- एयरपोर्ट
एचसीसी की अन्य मेट्रो परियोजनाएं
वर्तमान में, हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन कंपनी मुंबई मेट्रो लाइन 111 के लिए 4 किमी की ट्विन टनल और चार स्टेशनों के निर्माण में भी शामिल है। इसके अलावा, कंपनी चेन्नई मेट्रो की दो परियोजनाओं पर भी काम कर रही है। कंपनी ने भारत की मेट्रो विस्तार योजना में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। एचसीसी ने दिल्ली मेट्रो, बेंगलुरु मेट्रो, मुंबई मेट्रो लाइन क और कोलकाता मेट्रो के एक बड़े हिस्से का निर्माण किया है।
एचसीसी की प्रोफाइल
हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन कंपनी, एचसीसी ग्रुप की प्रमुख कंपनी है और देशभर में बांध, सुरंग, पुल, हाइड्रो, न्यूक्लियर और थर्मल पावर प्लांट, एक्सप्रेसवे और सडक़ें, मरीन वक्र्स, जल आपूर्ति, सिंचाई प्रणाली और औद्योगिक इमारतों के निर्माण में कार्यरत है।
यात्रियों के लिए तैयार हैं सभी सुविधाएं
उधर सुपर प्रायोरिटी कॉरिडोर पर शुरु होने वाले कमर्शियल रन के लिए मेट्रो के सभी पांच स्टेशन पूरी तरह से तैयार हैं। स्टेशनों पर यात्रियों की सुविधा के लिए लिफ्ट, एस्केलेटर, सुविधाघर, पीने के पानी की व्यवस्था और अन्य सुविधाएं उपलब्ध हैं। टिकट काउंटर पर कर्मचारी और स्टेशन परिसर में सुरक्षाकर्मी भी तैनात किए गए हैं। मेट्रो के कमर्शियल रन के दौरान 15 से 30 मिनट के अंतराल पर एक मेट्रो कोच सेट का संचालन किया जाएगा। यात्रियों की संख्या के आधार पर इस समय को बढ़ाया या घटाया जा सकेगा।