Indore में शुक्रवार को संभागायुक्त एवं प्राधिकरण अध्यक्ष डॉ. सुदाम खाड़े की अध्यक्षता में इंदौर विकास प्राधिकरण (IDA) की प्रस्तावित और चल रही विकास परियोजनाओं की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में शहर में चल रहे विभिन्न इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स के साथ-साथ भविष्य की योजनाओं पर भी विस्तृत चर्चा हुई।
पीपीपी मॉडल पर आधारित योजनाओं की हुई समीक्षा
बैठक के दौरान पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल पर चल रही योजनाओं पर विशेष रूप से विचार-विमर्श किया गया। इन परियोजनाओं का उद्देश्य इंदौर को और अधिक विकसित एवं सुविधायुक्त बनाना है।
अधिकारियों ने बताया कि इन योजनाओं के माध्यम से शहर में आधुनिक सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है, जिससे नागरिकों को बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर का लाभ मिल सके।
स्टार्टअप और कन्वेंशन सेंटर का हुआ प्रजेंटेशन
बैठक में आर्किटेक्ट्स और कंसल्टेंट टीम द्वारा “स्टार्टअप एंड कन्वेंशन सेंटर” परियोजना का विस्तृत प्रजेंटेशन प्रस्तुत किया गया। इस प्रोजेक्ट को इंदौर के नवाचार और उद्यमशीलता को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से तैयार किया जा रहा है। इसके माध्यम से शहर को नए बिजनेस अवसरों, रोजगार और अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाओं से जोड़ा जाएगा।
संभागायुक्त ने दिए गुणवत्ता और समयसीमा पर विशेष निर्देश
बैठक के दौरान संभागायुक्त डॉ. सुदाम खाड़े ने स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी प्रस्तावित योजनाओं को गुणवत्ता और समयसीमा का विशेष ध्यान रखते हुए पूरा किया जाए। उन्होंने कहा कि इंदौर विकास प्राधिकरण की परियोजनाएँ शहर के भविष्य की रीढ़ हैं, इसलिए प्रत्येक प्रोजेक्ट में पारदर्शिता और उत्कृष्टता सुनिश्चित की जाए।
सीईओ ने दी परियोजनाओं की विस्तृत जानकारी
इस अवसर पर इंदौर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी (सीईओ) डॉ. परिक्षित झाड़े ने प्राधिकरण की वर्तमान और प्रस्तावित परियोजनाओं की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कई परियोजनाएँ अंतिम चरण में हैं और कुछ योजनाएँ शीघ्र ही शुरू होने जा रही हैं, जिनसे इंदौर का शहरी ढांचा और मजबूत होगा।
अधिकारियों और एजेंसियों की रही उपस्थिति
बैठक में इंदौर विकास प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिकारी, परियोजना से संबंधित विभिन्न एजेंसियों के प्रतिनिधि और तकनीकी विशेषज्ञ मौजूद रहे। सभी ने मिलकर प्राधिकरण की योजनाओं को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए सुझाव दिए। बैठक का उद्देश्य विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा करते हुए उन्हें समय पर पूर्ण करने की दिशा में ठोस कदम उठाना था।