‘दैनिक स्वतंत्र समय’ की खबरों से जागरूक हुए इंदौर के लोग, नहीं खरीदेंगे गलत property


राजेश राठौर
EXCLUSIVE

स्वतंत्र समय, इंदौर

इंदौर के लोगों ने सोशल मीडिया के जरिए तय कर लिया है कि वो अब कोई गलत प्रापर्टी ( property ) नहीं खरीदेंगे। अखबार के जागरूक पाठक जितेन्द्र वैद्य ने व्हाट्सएप के जरिए, लोगों को जागरूक करना शुरू किया है, जिसमें वे रोजाना ‘दैनिक स्वतंत्र समय’ में छपी खबरों को हजारों लोगों तक पहुंचा रहे हैं।

गलत property में लोगों के डूबे 2 हजार करोड़ से ज्यादा रुपए

अखबार के तीखे तेवर को लेकर लोग कह रहे हैं कि अब तो सबको समझ लेना चाहिए, कि गलत प्रापर्टी ( property ) नहीं खरीदें। अभी तक इंदौर के लोग अवैध कालोनियों से लेकर, अधूरी विकास योजना वाली कालोनियों में प्लाट खरीद रहे थे। प्रापर्टी दलाल और कॉलोनाइजर पर भरोसा करके अकेले इंदौर में ही दो हजार करोड़ से ज्यादा लोगों के डूब गए हैं। अब लोग जागरूक इतने हो रहे हैं कि कालोनाइजरों पर दबाव बना रहे हैं कि डायरी के पैसे दो या प्लाट दे दो। लगातार शिकायतें बढ़ती जा रही हैं, हालांकि जिला और पुलिस प्रशासन ने साफ कर दिया है कि, बिना सबूत के कालोनाइजर के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा सकती। जब प्लॉट की खरीदी-बिक्री की स्टाम्प पर लिखा-पढ़ी नहीं है, और पैसों का हिसाब भी लिखित में नहीं है, तो ऐसे में वास्तविक शिकायतकर्ता की शिकायत पर कैसे कार्रवाई की जा सकती है। यदि अफसर कार्रवाई कर भी दें, तो कोर्ट से कालोनाइजर और बिल्डर छूट जाते हैं। प्रशासन तो लगातार कह रहा है कि यदि आप कोई सम्पत्ति खरीद रहे हैं तो पहले नगर निगम और कलेक्टर आफिस में जाकर पता कर लें। जिन कालोनियों में काम नहीं हुए हैं वहां प्लॉट नहीं खरीदें। कालोनाइजर और प्रापर्टी ब्रोकर के बहकावे में ना आएं। पहली बार इंदौर के इतिहास में ऐसा हो रहा है कि ‘दैनिक स्वतंत्र समय’ में छपी खबरें तेजी से वायरल हो रही हैं। पहली बार लोगों को जागरूक करने के लिए कोई अखबार लगातार सच्ची खबरें प्रकाशित कर रहा है। आने वाले दिनों में हम जितनी भी अवैध कालोनियां हैं, उनके बारे में नाम सहित खबरें लिखेंगे, जो बिल्डर अवैध निर्माण कर रहे हैं उनकी खबरें भी लगातार प्रकाशित की जायेंगी। सोशल मीडिया पर पहली बार इस अखबार की खबरें जागरूक पाठक खुद चला रहे हैं।