इजराइल में गूंजी इंदौर की आवाज, महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने आतंकवाद, स्वच्छता और नवाचार पर रखे ठोस विचार

 इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव इन दिनों तीन दिवसीय इजराइल दौरे पर हैं, जहाँ वे भारत की ओर से प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने इजराइल के वित्त मंत्री से मुलाकात कर भारत-इजराइल संबंधों, वैश्विक आतंकवाद और शहरी विकास जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर संवाद किया।

कार्यक्रम की शुरुआत में महापौर ने अपने परिचय में कहा,”मैं भारत के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर से हूं। यहाँ की जनता ने प्रत्यक्ष रूप से महापौर का चुनाव किया है और शहर की आबादी लगभग 40 लाख है।”

महापौर ने इजराइल के नागरिकों का अभिनंदन करते हुए कहा, “भारत और इजराइल के संबंध ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से बहुत गहरे हैं। इजराइल ने कठिनतम परिस्थितियों से उभरते हुए जिस प्रकार से स्वयं को पुनः स्थापित किया है, वह विश्व के लिए प्रेरणादायक है।”

आतंकवाद पर रखा स्पष्ट दृष्टिकोण: “धर्म नहीं, विचारधारा से लड़ना होगा”

इजराइल के वित्त मंत्री के साथ चर्चा के दौरान महापौर भार्गव ने वैश्विक आतंकवाद के संदर्भ में एक गहन प्रश्न रखा। उन्होंने कहा,“हाल ही में भारत के पहलगाम क्षेत्र में धार्मिक आधार पर लोगों की हत्या की ओर निशाना बनाया गया, लेकिन सच्चाई यह है कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता। आपने कहा कि युद्ध एक दिन खत्म हो जाएगा, लेकिन आतंकवादी विचारधारा का क्या? यह सोच दोबारा लौट सकती है। इस वैश्विक समस्या का दीर्घकालिक और अंतिम समाधान आप किस रूप में देखते हैं?”

इस पर इजराइल के वित्त मंत्री ने महापौर के प्रश्न की सराहना करते हुए कहा,“भारत हमारे लिए एक महत्वपूर्ण साझेदार है। मेरी भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर से कई सकारात्मक चर्चाएं हुई हैं। भारत आतंकवाद के दर्द को गहराई से समझता है। हम आपके साथ सहयोग के लिए तैयार हैं।”

स्वच्छता और स्मार्ट सिटी नवाचारों पर चर्चा

महापौर भार्गव ने इजराइल के स्मार्ट सिटी मॉडल की प्रशंसा करते हुए कहा कि भारत और इजराइल एक-दूसरे से बहुत कुछ सीख सकते हैं। “हमारे पास मजबूत कचरा प्रबंधन प्रणाली है जिसे हम इजराइली नगरों के साथ साझा कर सकते हैं। वहीं, इजराइल की तकनीकी दक्षता और नवाचार हमारे लिए भी अत्यंत लाभकारी हो सकते हैं।”

इस अवसर पर इजराइली वित्त मंत्री ने कहा, “इंदौर जैसे शहरों से ऐसे विचार आना गर्व की बात है। मैं आपके प्रश्नों का उल्लेख अपने उच्च अधिकारियों के समक्ष करना चाहूंगा।”