अब प्रदेश में गर्भवती महिलाओं को सोनोग्राफी के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, जिला अस्पताल या मेडिकल कॉलेज नहीं जाना पड़ेगा। वह प्राइवेट सेंटरों पर जाकर फ्री में सोनोग्राफी करा सकती हैं। भुगतान सरकार करेगी।
निजी केंद्रों पर जांच कराने वाली महिलाओं को ‘ई-रुपी’ बारकोड दिया जाएगा। इसे स्कैन करने के बाद केंद्र संचालक के खाते में पैसा ट्रांसफर हो जाएगा। 29 जुलाई को काटजू अस्पताल में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरुआत होगी। हर महीने 9 व 25 तारीख को यह सुविधा मुफ्त में मिलेगी। 9 अगस्त से प्रदेश के सभी जिलों में यह सुविधा शुरू हो जाएगी। इसके बाद हर दिन यह सुविधा मिलेगी।
योजना कैसे काम करेगी?
गर्भवती को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में नाम व फोन नंबर बताना होगा। इसके बाद सीएचसी में ई-वाउचर जनरेट होगा। जांच से पहले मोबाइल पर ओटीपी आएगा। सत्यापन के बाद संचालक अल्ट्रासाउंड कर पाएंगे।
भुगतान कैसे होगा?
महिलाओं को ‘ई-रुपी’ बारकोड दिया जाएगा। यह वाउचर 1 क्यूआर कोड है। इसे स्कैन करते ही पैसे संचालक को 500 रुपए ट्रांसफर होंगे।