Israel-Iran Tension: ईरान-इजराइल जंग के बीच भारत को राहत, 1000 भारतीय नागरिकों को इस तरह वापस भेजेगा ईरान

Israel-Iran Tension: ईरान-इजराइल जंग के बीच, ईरान ने भारत के अनुरोध पर अपने हवाई क्षेत्र में प्रतिबंधों में ढील दी है। यह कदम लगभग 1,000 भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए उठाया गया है। शुक्रवार को एक वरिष्ठ ईरानी राजनयिक ने बताया कि तीन चार्टर उड़ानों की व्यवस्था की गई है। आने वाले दिनों में और उड़ानें संचालित हो सकती हैं। यह भारत के लिए बड़ी राहत है, क्योंकि इजराइल-ईरान संघर्ष के कारण ईरान का हवाई क्षेत्र बंद था।

ऑपरेशन सिंधु की शुरुआत

भारत ने बुधवार को ‘ऑपरेशन सिंधु’ शुरू किया, ताकि ईरान और इजराइल में फंसे भारतीयों को सुरक्षित निकाला जा सके। भारतीय अधिकारियों ने पहले नागरिकों को आर्मेनिया, मिस्र और जॉर्डन जैसे तीसरे देशों के रास्ते निकालने का फैसला किया था। गुरुवार को 110 भारतीय छात्र, जिन्हें तेहरान से कोम और फिर आर्मेनिया ले जाया गया, येरेवन से नई दिल्ली लौट आए। यह निकासी प्रक्रिया का पहला चरण था।

ईरानी राजनयिक का बयान

ईरानी दूतावास के उप प्रमुख मोहम्मद जावेद हुसैनी ने कहा, “हवाई क्षेत्र बंद होने के बावजूद, हम भारतीय नागरिकों की सुरक्षित निकासी के लिए मार्ग खोल रहे हैं।” उन्होंने बताया कि ईरान में ज्यादातर भारतीय सुरक्षित हैं। हालांकि, तेहरान में एक छात्रावास पर इजराइली हमले में कुछ भारतीय छात्र घायल हुए। इस हमले में तीन छात्रों को छर्रे लगे, जिनमें कई कश्मीरी थे।

हुसैनी ने आश्चर्य जताया कि इजराइल ने भारतीय छात्रों के छात्रावास को क्यों निशाना बनाया। उन्होंने कहा, “हमें नहीं पता कि इजराइल ने ऐसा क्यों किया।” इस हमले ने भारत में चिंता बढ़ा दी है, क्योंकि ईरान में करीब 10,000 भारतीय हैं, जिनमें अधिकतर छात्र हैं। भारतीय दूतावास ने सभी को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है।

भारत सरकार की सक्रियता

भारत ने निकासी के लिए 24×7 नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है। तेहरान में भारतीय दूतावास ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं, जिनमें +989010144557 और +989128109115 शामिल हैं। विदेश मंत्रालय ने ईरान और आर्मेनिया की सरकारों का सहयोग के लिए आभार जताया है। भारतीय दूतावास ने कई नागरिकों को हिंसा प्रभावित क्षेत्रों से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।