Iran जीता, अमेरिका को करारा तमाचा: कतर में प्रमुख अमेरिकी बेस पर हमले पर खामेनेई

Iran के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने गुरुवार को इजरायल के साथ 12 दिन की संक्षिप्त जंग के समापन के बाद अपने पहले सार्वजनिक संबोधन में दावा किया कि ईरान ने इजरायल पर जीत हासिल की और अमेरिका को “करारा तमाचा” मारा। खामेनेई ने कतर में अमेरिकी सैन्य अड्डे अल-उदेद एयर बेस पर ईरान के मिसाइल हमले को इस जीत का प्रतीक बताया, जिसे उन्होंने क्षेत्र में अमेरिका के प्रमुख ठिकानों में से एक पर हमला कर नुकसान पहुंचाने वाला कदम करार दिया।

अमेरिकी हमलों को Iran के सर्वोच्च लीडर ने क्या कहा?

खामेनेई ने अपने टेलीविजन संबोधन में 21 जून को अमेरिका द्वारा ईरान के प्रमुख परमाणु ठिकानों—फोर्डो, नतांज और इस्फहान—पर किए गए हवाई हमलों को नाकाम बताया। उन्होंने कहा कि इन हमलों से ज्यादा नुकसान नहीं हुआ और अमेरिका अपने उद्देश्यों में विफल रहा। खामेनेई ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर तंज कसते हुए कहा कि वह इस संघर्ष में “नाटकीयता” दिखाने में लगे थे। उन्होंने दावा किया कि अमेरिका ने इजरायल को बचाने के लिए इस जंग में सीधे हस्तक्षेप किया, क्योंकि उसे डर था कि बिना हस्तक्षेप के “जायनवादी शासन पूरी तरह नष्ट हो जाएगा।”

“अल-उदेद पर हमला अमेरिका के लिए सबक”

खामेनेई ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, “इस्लामिक रिपब्लिक ने अमेरिका के चेहरे पर करारा तमाचा मारा। इसने क्षेत्र के सबसे महत्वपूर्ण अमेरिकी ठिकानों में से एक, अल-उदेद एयर बेस पर हमला किया और नुकसान पहुंचाया।” हालांकि, अमेरिकी अधिकारियों ने दावा किया कि इस हमले में कोई हताहत नहीं हुआ और सभी मिसाइलों को बीच में ही रोक लिया गया। फिर भी, खामेनेई ने इसे ईरान की सैन्य ताकत और पहुंच का प्रदर्शन बताया, साथ ही चेतावनी दी कि भविष्य में किसी भी आक्रामकता का जवाब और कड़ा होगा।

इजरायल पर Iran की जीत का दावा

खामेनेई ने इजरायल को “नकली जायनवादी शासन” करार देते हुए कहा कि ईरान के प्रहारों ने इसे “लगभग ध्वस्त और कुचल” दिया। उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा, “मैं महान ईरानी राष्ट्र को इस नकली जायनवादी शासन पर जीत के लिए बधाई देता हूं। उनके सारे शोर-शराबे और दावों के बावजूद, इस्लामिक रिपब्लिक के प्रहारों के तहत जायनवादी शासन लगभग ढह गया।” यह बयान तब आया जब इजरायल ने भी इस संघर्ष को अपनी “ऐतिहासिक जीत” बताया था।