बालासोर ट्रेन दुर्घटना को लेकर छिड़ी सियासी जंग थमने का नाम नहीं ले रही है। रेल मंत्री के इस्तीफे की मांग से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक को इस दुर्घटना के लिए विपक्ष के हमले का शिकार होना पड़ा। हमले का यह रूप अब रेलवे की छवि तक को नुकसान पहुंचानी शुरू कर दी है। इस दुर्घटना के बाद यहां तक कहा जाने लगा कि यात्री अब रेलवे से यात्रा करने में घबराने लगे हैं। इस घबराहट में यात्री अपनी टिकट तक रद्द करवा रहे हैं। कांग्रेस ने इस बाबत एक अधिकारिक बयान तक जारी कर दिया।
रेलवे टिकट को लेकर छिड़ी इस जंग पर भारतीय रेलवे खानपान और पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) का भी बयान आ गया। आईआरसीटीसी ने कांग्रेस के दावे को पूरी तरह से खारिज कर दिया। आईआरसीटीसी ने ट्वीट कर बतया कि कांग्रेस का यह दावा तथ्यात्मक रूप से गलत है। अपने ट्वीट में आईआरसीटीसी ने लिखा कि ट्रेन टिकट कैंसिलेशन बढ़ा नहीं है बल्कि और कम हुआ है। इसके लिए उन्होंने अपने आंकड़े भी दिए। जिसमें बताया गया कि एक जून 2023 को जहां 7.7 लाख टिकट कैंसिल हुए वहीं 3 जून 2023 को यह घटकर 7.5 लाख हो गया। इससे पहले कांग्रेस नेता भक्त चरणदास ने बीते एक दिन पहले यह दावा किया था कि ओडिशा ट्रेन हादसे के बाद हजारों की तादाद में लोग अपना रिजर्व्ड ट्रेन टिकट कैंसल करा रहे हैं।
साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि बीते दिनों में ऐसी रेल दुर्घटना कभी नहीं हुई, बड़ी तादाद में लोगों की मौत हुई है। सरकार आधिकारिक तौर पर 275 लोगों की मौत की बात कह रही है लेकिन अभी भी सैंकड़ों लोग लापता हैं। लोग अपनों को ढूंढ रहे हैं, वो मिल नहीं रहे हैं। उनके शव कहां रखे गए हैं, हैं भी या नहीं या जमीन के नीचे धंसा हुआ है, इस पर सरकार कुछ कह नहीं रही है। हजार से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं। इसके बाद तो हजारों लोग अपना ट्रेन टिकट कैंसल किए हैं। इस दुर्घटना के बाद लोगों को लगने लगा है कि ट्रेन में जर्नी सेफ नहीं है।
ट्रेन में धुंआ देख मची अफरातफरी
बालासोर हादसे के बाद लोगों के दिलों में दशहत बैठ चुकी है। इसका उदाहरण आज देखने को मिला। जब ट्रेन नंबर 12987 सियालदाह अजमेर एक्सप्रेस में भरवारी स्टेशन के समीप लोगों ने जनरल बोगी से धुएं निकलता देखा। धुआं देखते ही यात्री घबराने लगे और बाहर आने के लिए आनन फानन में खिड़की-दरवाजों से कूदने लगे। रेलवे को इसकी सूचना दी गई। इस बाबत रेलवे ने बताया कि ट्रेन नंबर 12987 सियालदाह अजमेर एक्सप्रेस में भरवारी स्टेशन के ठीक आगे स्टार्टर सिग्नल पर यात्रियों ने जनरल कोच के बाहर हल्के धुए की सूचना दी जिसे स्टेशन पर उपस्थित रेलवे स्टाफ ने नियंत्रित किया तथा गाड़ी 13:58 पर रुकी और 14:00 पर रवाना हुई।