IRCTC का नया अपडेट, फर्जी अकाउंट्स की टिकट बुकिंग पर लगेगा ब्रेक

भारतीय रेलवे ने टिकट बुकिंग सिस्टम में बड़ा बदलाव किया है। अब IRCTC की वेबसाइट और मोबाइल ऐप पर सुबह 8 बजे से 10 बजे के बीच टिकट बुक करने के लिए आधार अनिवार्य कर दिया गया है। रेलवे के इस नए कदम का उद्देश्य टिकट बुकिंग में हो रही धोखाधड़ी पर रोक लगाना और वास्तविक यात्रियों को ही सीटें उपलब्ध कराना है।

भीड़भाड़ वाले समय में आधार से मिलेगी पारदर्शिता

सुबह 8 से 10 बजे का समय ट्रेन टिकट बुकिंग के लिए सबसे व्यस्त रहता है। इस दौरान लोकप्रिय ट्रेनों की सीटें कुछ ही मिनटों में भर जाती हैं। कई बार लोग एक से अधिक अकाउंट या ऑटोमेटेड सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर टिकट बुक करते हैं, जिससे असली यात्रियों को परेशानी होती है। अब IRCTC ने इन दो घंटों में केवल उन्हीं यूजर्स को टिकट बुक करने की अनुमति दी है, जिनका अकाउंट आधार से वेरीफाइड है।

गैर-आधार यूजर्स के लिए खुला रहेगा बाकी समय

जिन यात्रियों ने अभी तक अपना आधार IRCTC से लिंक नहीं किया है, वे सुबह 8 से 10 बजे के अलावा किसी भी समय टिकट बुक कर सकेंगे। यह नया नियम 28 अक्टूबर 2025 से लागू किया गया है। रेलवे का मानना है कि इस व्यवस्था से ऑटोमेटेड टिकट बुकिंग पर रोक लगेगी और टिकट का वितरण निष्पक्ष तरीके से हो सकेगा।

पहले भी लागू हुआ था आधार नियम

रेलवे ने इससे पहले भी तत्काल टिकट बुकिंग के लिए आधार अनिवार्य किया था।
1 जुलाई 2025 से तत्काल टिकट के लिए आधार जरूरी कर दिया गया था, वहीं 15 जुलाई 2025 से सभी प्लेटफॉर्म — ऑनलाइन, एजेंट और PRS काउंटर पर भी ओटीपी-बेस्ड आधार वेरीफिकेशन लागू कर दिया गया। इस कदम से रेलवे को फर्जी आईडी से टिकट बुकिंग रोकने में मदद मिली है।

आधार वेरीफिकेशन करने की प्रक्रिया

अगर आपने अभी तक अपना IRCTC अकाउंट आधार से लिंक नहीं किया है, तो इसे कुछ ही मिनटों में किया जा सकता है।

  • सबसे पहले www.irctc.co.in
    पर जाएं और लॉग इन करें।
  • My Profile सेक्शन में जाएं और User Verification पर क्लिक करें।
  • यहां अपना आधार नंबर या वर्चुअल आईडी दर्ज करें और विवरण की पुष्टि करें।
  • आपके आधार से जुड़े मोबाइल नंबर पर एक OTP आएगा, जिसे दर्ज कर वेरीफिकेशन पूरा करें।
  • प्रक्रिया पूरी होते ही आप सुबह 8 से 10 बजे के बीच भी टिकट बुक कर सकेंगे।

सिर्फ ऑनलाइन टिकट बुकिंग पर लागू नया नियम

यह नया प्रावधान केवल ऑनलाइन टिकट बुकिंग पर लागू होगा। रेलवे स्टेशन के PRS काउंटर से टिकट लेने वालों के लिए किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया है। रेलवे का कहना है कि यह कदम टिकट बुकिंग को अधिक सुरक्षित, पारदर्शी और विश्वसनीय बनाने के लिए उठाया गया है। इससे यात्रियों को असफल लेन-देन की समस्या से भी राहत मिलेगी।

रेलवे का यह प्रयास सुनिश्चित करेगा कि टिकट उन्हीं लोगों तक पहुंचे, जो वास्तव में यात्रा करने वाले हैं। आधार वेरीफिकेशन से बुकिंग प्रक्रिया में फर्जी अकाउंट और दलालों की भूमिका कम होगी। साथ ही, यात्रियों को एक तेज, निष्पक्ष और सुरक्षित टिकट बुकिंग अनुभव मिलेगा।