स्वतंत्र समय, भोपाल
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ( CM Mohan Yadav ) ने गुरुवार को भीकनगांव, पानसेमल, निवाली औा बड़वानी में भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में आयोजित जनसभाओं में कांग्रेस को जमकर घेरा। सीएम ने कहा-कांग्रेस और उनके नेता राहुल गांधी लगातार एक लाल किताब लेकर चल रहे हैं और कहते फिर रहे हैं कि देश का संविधान खतरे में है। यदि मोदीजी फिर आ गए तो संविधान खतरे में पड़ जाएगा। खतरे में देश का संविधान नहीं, बल्कि पूरी कांग्रेस पार्टी और इनके घमंडिया गठबंधन के नेता हैं।
CM Mohan Yadav बोले- बेईमानों को तो जेल में जाना पड़ता है
सीएम ( CM Mohan Yadav ) इनको डर है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इनको छोड़ेंगे नहीं। सीएम ने कहा-प्रधानमंत्री कहते हैं कि न खाउंगा, न खाने दूंगा। बेईमानों को तो जेल में जाना पड़ता है । राहुल गांधी को झूठ का भैरू आता है, इसलिए बार-बार झूठ बोलते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने लिए कुछ नहीं किया, लेकिन देश की 140 करोड़ जनता के लिए जी रहे हैं। उन्होंने कहा-कांग्रेस पार्टी ने हमेशा से आदिवासियों के साथ छलकपट किया है। आदिवासियों को केवल वोट बैंक समझा है। उनसे जिंदगीभर से वोट लेते रहे, लेकिन उनका विकास कभी नहीं किया। अब तो कांग्रेस के नेता राहुल गांधी आदिवासियों की इज्जत को ही उछाल रहे हैं, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी आदिवासियों की इज्जत उनकी पगड़ी को अपने सर पर रखते हैं। पिछले दिनों राहुल गांधी मप्र के दौरे पर आए तो आदिवासियों ने उन्हें पगड़ी पहनाई, लेकिन उन्होंने उनकी पगड़ी को उछाल दिया। मोदी आए और आदिवादियों ने उन्हें भी पगड़ी पहनाई तो उन्होंने पगड़ी पहनकर आदिवासियों की इज्जत को अपने सर पर रखे रखा।
कांग्रेस पार्टी और इंडी नेताओं को घमंड है
डॉ. यादव ने कहा-कांग्रेस पार्टी और उनके गठबंधन को घमंड है। यही कारण है कि इस घमंडिया गठबंधन के आधे नेता जेल में है और आधे जमानत पर बाहर घूम रहे हैं। कांग्रेस और उनके गुरू झूठ बोल-बोल कर पगला रहे हैं। इनकी हालत ऐसी है, जैसे किसी को झूठ का भैरू आ गया है। यदि हम किसी भगवान का नाम लेते हैं, उनका जयकारा लगाते हैं तो कांग्रेस को भगवान का जयकारा सहन नहीं होता है। उनकी छाती पर सांप लेट जाते हैं। हम तो हमारे देवी-देवताओं को पूजने वाली परंपरा के लोग हैं। हमारे यहां तो भगवान का नाम सीताराम, राधाकृष्ण, शिव-पार्वती लेने पर भी माता का नाम पहले लेते हैं, लेकिन कांग्रेस तो हमारी माताओं-बहनों का अपमान करती है।