सीनियर सिटीजन नहीं होंगे परेशान देखभाल के लिए आईटीआई कराएगा युवाओ एक साल का डिप्लोमा कोर्स

वैसे तो सभी बच्चो का फर्ज बनता है की वे अपने माता पिता की सेवा करे। लेकिन दुनिया की भागम भाग में बच्चे अपने माता पिता को बुढ़ापे में अकेला छोड़ देते है। यही वजह है की ओल्ड होम में ऐसे माता पिता की संख्या लगातार बढ़ रही है , जिनके बच्चे उनकी सेवा नहीं करते ऐसे लोगो की सेवा करने के लिए अब इंदौर के आईटीआई संस्थान द्वारा एक कोर्स की शुरुआत की जा रही है। जो 12 माह का होगा। इस एक साल के डिप्लोमा कोर्स में छात्र छात्रों को सीनियर सिटीजन की देखभाल कैसे की जाती है ये सिखाया जायेगा। ये कोर्स अपने आप में अनूठा है। शुरुआती दौर में मात्र 24 छात्र- छात्रों को एड्मिसन दिया जायेगा। इस कोर्स को करने के बाद बेरोजगार युवक- युवती उन लोगो के वहा अपनी सेवाएं देकर धन अर्जित कर पाएंगे, जिनके पास अपने माता पिता की देख भाल के लिए समय नहीं है।

युवाओ के लिए रोजगार के नए अवसर 

यह डिप्लोमा कोर्स युवक- युवतियां को रोजगार तो देगा ही साथ मे ये कोर्स उनमे मानवता का भाव भी उत्पन्न करता है। इस कोर्स से वृद्धो को प्रशिक्षित युवक युवती का साथ मिलता है। इसमें युवाओ को वेतन तो मिलेगा ही इसके साथ साथ युवाओ को पुण्य , आशीर्वाद और सुकून भी मिलेगा। साथ ही ये उनके मेन्टल हेल्थ के लिए भी अच्छा है।

डिप्लोमा होल्डर  ऐसे करेंगे बुजुर्गों की देखभाल

इस डिप्लोमा के विद्यार्थीओ को सिखाया जायेगा की उन्हें वृद्धो की सेवा कैसे करनी है। युवक युवतियों को बुजुर्गों को टहलाने , घूमने और हल्के व्यायाम में उनकी सहायता करने की पूरी ट्रेनिंग दी जाएगी। साथ ही उनको साफ सफाई करने का तरीका सिखाया जायेगा। बुजुर्गों को स्नान कराना, कपड़े पहनाना या पहनने में मदद करना ये सब विद्यार्थीओ को सिखाया जायेगा।

बुजुर्गो के कपडे धोना उन पर प्रेस करने से लेकर उनकी दवाइयों और फल फ्रूट की व्यवस्था करने तक की जिमेदारियो के बारे में युवक युवतियों को सिखाया जायेगा।

इसी के साथ ही हेयर सैलून, फिजिकल थेरेपी आदि के लिए साथ जाना,आध्यात्मिक या धार्मिक आयोजनों में साथ ले कर जाना। उनके मनोरंजन का ध्यान रखना यदि वह चाहे तो उनके साथ खेल खेलना इन सब कि ट्रेनिंग दी जाएगी ।

इसका मूल उद्देश्य यह है की वृद्धावस्था वाले बुजुर्गों की देखभाल करने के लिए प्रशिक्षित युवक युवतिओं को तैयार करना ,जो उनके शारीरिक , मानसिक और उनके स्वास्थ्य की देखभाल के अलावा घरेलू काम करने ,के साथ-साथ उनके एक भावनात्मक साथी के रूप में उनका सहारा बन सके।