Jabalpur News : मध्य प्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर में क्रिसमस के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम विवादों में घिर गया है। यहां कटंगा क्षेत्र में धर्मांतरण के आरोपों को लेकर हिंदूवादी संगठनों ने जमकर हंगामा किया।
इस पूरे घटनाक्रम के बीच भारतीय जनता पार्टी (BJP) की नगर उपाध्यक्ष अंजू भार्गव का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में वह एक नेत्रहीन महिला के साथ कथित तौर पर अभद्रता करती और उसका मुंह दबाती नजर आ रही हैं।

वायरल वीडियो में नेत्री को दिव्यांग महिला से यह कहते हुए सुना जा सकता है, ‘तू अगले जन्म में भी अंधी बनेगी।’ इस घटना ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया है, और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने इसे शर्मनाक बताते हुए कार्रवाई की मांग की है।
क्या है पूरा मामला?
घटना हवाबाग कॉलेज के पीछे स्थित चर्च परिसर के कम्युनिटी हॉल की है। यहां ईसाई समाज के एक संगठन ने क्रिसमस के उपलक्ष्य में भोज का आयोजन किया था। इस कार्यक्रम में शहर के ‘अंधमूक और दृष्टि बाधित विद्यालय’ से बड़ी संख्या में दिव्यांग छात्र-छात्राओं को आमंत्रित किया गया था।
सूत्रो के मुताबिक बताया जा रहा है कि विश्व हिंदू परिषद (VHP), बजरंग दल और भाजपा कार्यकर्ताओं को सूचना मिली थी कि यहां गुपचुप तरीके से धर्मांतरण कराया जा रहा है। इसके बाद बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए। वहां मौजूद ईसाई समुदाय के लोगों और कार्यकर्ताओं के बीच तीखी बहस हुई, जो बाद में मारपीट में बदल गई। मौके पर लात-घूंसे चले, जिसके बाद पुलिस को स्थिति नियंत्रित करने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
नेत्री के विवादित बोल और महिला का जवाब
हंगामे के दौरान बीजेपी नेत्री अंजू भार्गव एक दिव्यांग महिला पर भड़क गईं। उन्होंने महिला से कहा, ‘तू इस जन्म में अंधी बनी है, अगले जन्म में भी अंधी ही बनेगी। मांग में सिंदूर भरती है और बच्ची को क्रिश्चियनों के बीच क्या कराने लेकर आती है?’

इस पर पीड़ित दिव्यांग महिला ने अपनी बात रखते हुए कहा कि उन्हें वहां किसी तरह का लालच नहीं दिया गया है। महिला ने स्पष्ट किया, ‘हम हर साल खुशी से यहां आते हैं। न कोई जबरदस्ती है, न ही कोई धर्मांतरण हो रहा है।’ ईसाई समुदाय ने भी धर्मांतरण के आरोपों को खारिज करते हुए इसे बच्चों के लिए आयोजित केवल एक ‘स्नेह भोज’ बताया है।
दिग्विजय सिंह ने की निंदा
कांग्रेस ने बीजेपी नेत्री के इस व्यवहार को अमानवीय करार दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया पर इस घटना की निंदा की। उन्होंने कहा कि एक दिव्यांग महिला के साथ ऐसा बर्ताव भाजपा के असली चाल-चरित्र को उजागर करता है। सिंह ने जिला प्रशासन से इस मामले में संज्ञान लेने और उचित कार्रवाई करने की मांग की है।
पार्टी ने थमाया नोटिस
मामला तूल पकड़ने और वीडियो वायरल होने के बाद बीजेपी संगठन हरकत में आया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पार्टी ने नगर उपाध्यक्ष अंजू भार्गव को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। नोटिस में कहा गया है कि भाजपा एक अनुशासित संगठन है और पदाधिकारियों से मर्यादित व्यवहार की अपेक्षा की जाती है।
पार्टी ने स्पष्ट किया कि दिव्यांगजनों और महिलाओं के प्रति असंवेदनशील आचरण किसी भी सूरत में स्वीकार्य नहीं है। अंजू भार्गव को नोटिस मिलने के सात दिनों के भीतर लिखित स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया गया है।