जगदीप धनखड़ का इस्तीफा उपराष्ट्रपति पद से, विपक्ष ने कहा- लोकतंत्र पर चोट

जगदीप धनखड़ : उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य की वजह से सोमवार शाम अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को इस्तीफा सौंपा। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने इस्तीफे पर हैरानी जताई और कहा कि उनका अचानक इस्तीफा चौंकाने वाला है। रमेश ने बताया कि वे शाम तक धनखड़ के साथ थे और उनकी तबीयत ठीक थी। उन्होंने कहा कि इस्तीफे के पीछे कुछ और वजहें हो सकती हैं, लेकिन अब अटकलें नहीं लगानी चाहिए। रमेश ने प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि वे धनखड़ को मन बदलने के लिए मनाएं।

कपिल सिब्बल ने जताई सराहना

राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने धनखड़ के इस्तीफे पर कहा कि उन्होंने स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफा दिया है और वे इसके बारे में कोई अटकलें नहीं लगाना चाहते। उन्होंने बताया कि धनखड़ सबसे सक्रिय सभापतियों में से एक थे। वे दोनों पक्षों को साथ मिलकर काम करने के लिए प्रेरित करते थे। उनका दिल बहुत बड़ा था, सोच साफ थी और वे सच्चे दोस्त थे। कपिल सिब्बल को उनका इस्तीफा बहुत दुखद लगा।

नीरज डांगी बोले, सरकार के दबाव में ही दिया इस्तीफा

कांग्रेस सांसद नीरज डांगी ने धनखड़ के इस्तीफे पर कहा कि यह बहुत चौंकाने वाली खबर है। उन्होंने बताया कि धनखड़ ने स्वास्थ्य कारण बताकर इस्तीफा दिया, लेकिन उन्होंने दिल की बीमारी के बावजूद हाल ही में काम किया था। इसलिए अचानक स्वास्थ्य कारण बताना सवाल पैदा करता है। डांगी का मानना है कि यह इस्तीफा सरकार के दबाव में हुआ है और शायद सरकार ने यह फैसला थोप दिया। यह देश और लोकतंत्र के लिए सही नहीं है। उन्होंने कहा कि यह पहली बार है जब कोई उपराष्ट्रपति खुद इस्तीफा दे रहा है।