जैन समुदाय की सामाजिक-आर्थिक प्रगति और राष्ट्र निर्माण में तकनीकी योगदान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जयपुर में ‘जैन इंजीनियर्स सोसायटी’ (जेस) के राष्ट्रीय अधिवेशन का आयोजन किया जा रहा है। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए देश के विभिन्न राज्यों से विख्यात इंजीनियर और विषय विशेषज्ञ गुलाबी नगरी पहुंचे हैं।
अधिवेशन का मुख्य एजेंडा जैन इंजीनियरों को एक साझा मंच प्रदान करना है। संस्था का मानना है कि तकनीकी दक्षता का उपयोग न केवल समुदाय के उत्थान के लिए, बल्कि सशक्त भारत के निर्माण में भी किया जाना चाहिए। सत्रों के दौरान वक्ताओं ने तकनीकी नवाचारों और सामाजिक सरोकारों पर अपने विचार रखे।
गुलाबी नगरी की विरासत से हुए रूबरू
गंभीर चर्चाओं और तकनीकी सत्रों के इतर, अधिवेशन में आए प्रतिनिधियों ने शनिवार को जयपुर के पर्यटन का आनंद भी लिया। इंजीनियरों और उनके परिजनों ने शहर के प्रमुख ऐतिहासिक और दर्शनीय स्थलों का भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने जयपुर की स्थापत्य कला और सांस्कृतिक विरासत को करीब से देखा।
इंदौर के प्रतिनिधियों की रही सक्रिय भागीदारी
इस राष्ट्रीय अधिवेशन में इंदौर चैप्टर के सदस्यों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। आयोजन में इंजीनियर संजय जैन, निकिता जैन, अखिलेश जैन, मृदुला जैन, विकास जैन, तपन जैन, रिनीता जैन, राजकुमार जैन और डॉ. अंजना जैन उपस्थित रहे।
इसके अलावा निकेतन सेठी, सीमा सेठी, प्रफुल्ल स्वास्तिक, राकेश कुमार जैन, महेंद्र पहाड़िया, रेखा पहाड़िया, सुनील संघवी, रूपल संघवी, राजेंद्र कुमार जैन (रानेका), मैना जैन, शैलेंद्र जैन, अतुल पहाड़िया और नीना पहाड़िया ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
संजीव जैन, ज्योति जैन, राजेंद्र सिंह जैन, रेखा जैन, विकास जैन (कैट), वंदना जैन, संजीव जैन, विजया जैन, अखिलेश जैन (वास्तु), संजय कुमार जैन, सुरेश कुमार शाह, नीरा शाह, मनीष जैन, रवि जैन, निखिल जैन और मोनेश पाटनी जैसे वरिष्ठ सदस्यों ने भी अधिवेशन में सक्रिय भागीदारी निभाई।