गौमूत्र से बने “प्राकृतिक फिनाइल” से होगी इंदौर में जैन स्थानकों की सफाई, गायों के संरक्षण में एक अभूतपूर्व पहल

इंदौर में स्वदेशी सोच, जैविक संसाधनों और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक प्रेरणादायी पहल की जा रही है। इंदौर के महावीर भवन में गौमूत्र से निर्मित विशेष फिनाइल का लोकार्पण किया गया। यह अनूठा फिनाइल गौशालाओं की गायों के शुद्ध गौमूत्र से तैयार किया गया है, जो न केवल केमिकल मुक्त है, बल्कि इसके पीछे गायों के संरक्षण और ग्रामीणों को रोजगार देने का मजबूत संदेश भी छिपा है।

धार्मिक पवित्रता और प्राकृतिक स्वच्छता के इस संगम का जीवंत उदाहरण महावीर भवन में देखने को मिला, जब परम पूज्य गुरुदेव श्रुत मुनि जी महाराज साब और बड़ी संख्या में समाजजन इस अभिनव उत्पाद के प्रदर्शन में शामिल हुए। स्वर्णिम फाउंडेशन की इस पहल के तहत इंदौर के सभी स्थानकवासी जैन स्थानकों ने चातुर्मास के दौरान केवल गौमूत्र से निर्मित फिनाइल से ही फ्लोरिंग की सफ़ाई की जाएगी।

प्राकृतिक खुशबू से महकेगे जैन मंदिर
महावीर भवन में जनसमूह को इस जैविक फिनाइल की विशेषताएँ बताई गईं है। जिसकी  प्राकृतिक खुशबू, विषरहित सफ़ाई क्षमता और पर्यावरण के अनुकूल गुण इसे पारंपरिक रासायनिक फिनाइल का बेहतरीन विकल्प बनाते है। प पू श्रुत मुनिजी महाराज साब ने इस प्रयास की प्रशंसा करते हुए कहा कि “यह गौमूत्र से बना फिनाइल केवल स्वदेशी उत्पाद नहीं, बल्कि यह एक विचार है , आत्मनिर्भरता, परंपरा और प्रकृति के संरक्षण का विचार। यह पहल ग्रामीण भारत की अर्थव्यवस्था को नई संजीवनी दे सकती है।

इस प्रेरणादायक अवसर पर महावीर भवन ट्रस्ट के कार्याध्यक्ष अचल चौधरी, महामंत्री रमेश भंडारी, प्रकाश भटेवरा, जिनेश्वर जैन और वीरेंद्र कुमार जैन सहित कई गणमान्य सदस्य उपस्थित रहे। इस समस्त जानकारी को साझा करते हुए महामंत्री रमेश भंडारी ने कहा, “हमारा उद्देश्य सिर्फ सफ़ाई नहीं, समाज में स्वदेशी जागरूकता और गौ-आधारित उत्पादों की उपयोगिता को नई पहचान दिलाना है। यह सिर्फ एक शुरुआत है बल्कि स्वच्छता, सेवा और संरक्षण की दिशा में किए गए प्रयास है।