Jammu Kashmir Election Results 2024 Live : जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के नतीजे आज घोषित किए जा रहे हैं, और शुरुआती रुझान इंडिया गठबंधन के पक्ष में हैं, जो बहुमत के आंकड़े से ऊपर दिख रहा है। भाजपा जम्मू की सीटों के दम पर 28 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।
प्रमुख रुझान:
• नेशनल कॉन्फ्रेंस: अब्दुल्ला परिवार की पार्टी ने 40 सीटों पर बढ़त बनाई है, जो उनके लिए एक महत्वपूर्ण जीत हो सकती है।
• पीडीपी: महबूबा मुफ्ती की पार्टी की स्थिति कमजोर दिखाई दे रही है, और वह केवल 5 सीटों पर आगे चल रही है। इल्तिजा मुफ्ती अपनी सीट पर अच्छे मार्जिन से पीछे चल रही हैं।
• रशीद इंजीनियर: जिन्होंने पिछले लोकसभा चुनाव में उमर अब्दुल्ला को हराया था, उनकी पार्टी भी पिछड़ती हुई नजर आ रही है।
यह चुनाव विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह पहली बार हो रहा है जब 5 अगस्त 2019 को धारा 370 हटाने के बाद जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव आयोजित हो रहे हैं।
इस चुनाव के परिणामों से यह तय होगा कि जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री की कुर्सी पर कौन बैठेगा, जो पिछले एक दशक से चुनावी राजनीति का एक महत्वपूर्ण विषय रहा है।
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल के रुझान दिलचस्प हैं। भाजपा को जम्मू में कुछ बढ़त मिलती हुई दिखाई दे रही है, लेकिन कश्मीर में उनकी स्थिति अपेक्षाकृत कमजोर नजर आ रही है। वहीं, नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस के गठबंधन को कश्मीर में काफी सीटें मिलने की उम्मीद है।
एग्जिट पोल के मुख्य बिंदु:
• भाजपा: जम्मू क्षेत्र में थोड़ा मजबूत प्रदर्शन, लेकिन कश्मीर में स्थिति संतोषजनक नहीं है।
• नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस: कश्मीर में सीटों में वृद्धि की संभावना है, जिससे ये दोनों पार्टियां महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं।
• पीडीपी: पिछले चुनावों की तुलना में इसका प्रदर्शन गिरने की संभावना है, फिर भी यह एक किंगमेकर की भूमिका में रह सकती है।
पिछले विधानसभा चुनावों में, पीडीपी ने 28 सीटें जीती थीं, जबकि भाजपा को 25 सीटें मिली थीं। इसके अलावा, फारुख अब्दुल्ला की एससी को 1, कांग्रेस को 12 और पीपुल्स कॉन्फ्रेंस को 2 सीटें मिली थीं।
इस बार के चुनावों में परिसीमन के बाद की स्थिति में, जम्मू में 37 सीटें, कश्मीर में 46 और लद्दाख में 4 सीटें हैं।
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों के रुझानों के बीच, पीडीपी की इल्तिजा मुफ्ती ने हार मान ली है। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के माध्यम से जनादेश का सम्मान करने का अपना संकल्प व्यक्त किया। उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं का धन्यवाद किया और इस कठिन समय में उनके समर्थन की सराहना की।
यह घोषणा इस बात को दर्शाती है कि पीडीपी के प्रदर्शन में अपेक्षित सुधार नहीं हुआ है, और पार्टी ने चुनावी नतीजों को स्वीकार कर लिया है। इससे पहले, एग्जिट पोल में पार्टी की स्थिति कमजोर बताई गई थी, जिससे उनकी संभावनाओं पर सवाल उठ रहे थे।