Janjaitya Gaurav Diwas: भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को बिहार के जमुई में राष्ट्रीय जनजातीय गौरव दिवस के आयोजन में शामिल होंगे। इस कार्यक्रम के दौरान वह शहडोल, मध्य प्रदेश में आयोजित राष्ट्रीय जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम में भी वर्चुअली शामिल होंगे। भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को देशभर में जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया जाता है, और इस दिन जनजातीय समाज के योगदान को सम्मानित किया जाता है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा स्थित श्री बादल भोई जनजातीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी संग्रहालय और जबलपुर में राजा शंकर शाह और रघुनाथ शाह स्वतंत्रता संग्राम सेनानी संग्रहालय को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इस कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल, जनजाति कार्य मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह समेत अन्य जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में जनजातीय समाज के लोग भी शामिल होंगे। इन संग्रहालयों का उद्देश्य जनजातीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के योगदान को सम्मानित करना और नई पीढ़ी को उनके बलिदानों से प्रेरित करना है।
शहडोल में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में राज्यपाल मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 229.66 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले 76 विभिन्न विकास कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण करेंगे। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया जाएगा, जिसमें लोक कलाकार पारंपरिक लोक नृत्य गुदुम्ब, शैला, करमा और रीना की प्रस्तुतियां देंगे। कार्यक्रम स्थल पर विभिन्न विभागों की ओर से विकास कार्यों और योजनाओं की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी, जिसमें राज्य के विकास और जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी जाएगी।
धार के प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस परिसर में भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के अवसर पर जनजातीय गौरव दिवस मनाया जाएगा। इस कार्यक्रम में राज्यपाल मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे। दोपहर एक बजे आयोजित इस कार्यक्रम में राज्यपाल और मुख्यमंत्री एफआरए (वन अधिकार अधिनियम) एटलस का विमोचन करेंगे। साथ ही, धार और धरमपुरी विधानसभा क्षेत्रों के लिए तैयार किए गए विजन डॉक्यूमेंट का भी अनावरण किया जाएगा।
कार्यक्रम में “सिकल सेल उन्मूलन 2047” पर एक विशेष डाक टिकट का विमोचन भी किया जाएगा। इसके साथ ही, 334.36 करोड़ रुपये की लागत से 57 विभिन्न विकास कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण किया जाएगा। इस अवसर पर विभिन्न योजनाओं के तहत हितग्राहियों को लाभ वितरण किया जाएगा, और दिव्यांगजन को ट्राइसाइकिल प्रदान की जाएंगी। जनजातीय गौरव को प्रदर्शित करने के लिए सांस्कृतिक प्रदर्शनी और विभिन्न विभागों के स्टाल भी लगाए जाएंगे, जिससे जनजातीय समुदाय और योजनाओं की जानकारी साझा की जा सकेगी।