जयंत पाटिल ने पाला बदलने की खबरों को झूठा बताया

जयंत पाटिल : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष जयंत पाटिल ने भाजपा में शामिल होने की अफवाहों को नकारा। उन्होंने कहा कि न तो उन्होंने भाजपा के किसी नेता से मुलाकात की है, न ही किसी ने उन्हें भाजपा में शामिल होने के लिए कहा है। पाटिल ने मीडिया में चल रही दल बदलने की खबरों को गलत बताया। वह सांगली जिले के इस्लामपुर से आठ बार विधायक रहे हैं और एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष हैं। उन्होंने कहा कि अगर कोई नेता किसी से मिलता है, तो ऐसी अफवाहें फैलने लगती हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स: विधानसभा में मोदी सरकार की योजनाओं की की गई प्रशंस

जयंत पाटिल ने विधानसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) योजना की सराहना की और इसके व्यापक क्रियान्वयन पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह योजना राज्य सरकार की कुछ योजनाओं से बेहतर है, जैसे कि जरूरतमंद परिवारों को बर्तन देना। इस बीच, मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया कि जयंत पाटिल ने राज्य राकांपा (सपा) अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है और शशिकांत शिंदे उनकी जगह लेंगे। पार्टी ने इन खबरों का खंडन करते हुए कहा कि यह महज एक शरारत है।

10 जून को पद छोड़ने का संकेत दिया था जयंत पाटिल ने

10 जून को पुणे में एनसीपी के 26वें स्थापना दिवस पर जयंत पाटिल ने पार्टी प्रमुख शरद पवार की मौजूदगी में पद छोड़ने का संकेत दिया। पाटिल ने कहा कि पार्टी को नए चेहरों को मौका देना जरूरी है, जिससे कार्यकर्ताओं में भावुक प्रतिक्रिया हुई और उन्होंने उन्हें पद पर बने रहने की अपील की। पाटिल ने कहा कि शरद पवार ने उन्हें कई मौके दिए, लेकिन अब नए चेहरों को मौका देना चाहिए। पाटिल लंबे समय से पवार के वफादार रहे हैं और 2023 में पार्टी विभाजन के बाद भी उनका साथ दिया।