स्वतंत्र समय, भोपाल
जेपी सीमेंट ग्रुप ( Jaypee Cement Group ) को लीज पर दी गई 305.163 हेक्टेयर (753.75) एकड़ जमीन वापस ली जा सकती है। सरकार ने 30 साल के लिए यह जमीन रामपुर बघेलान तहसील के जनार्दनपुर और रामनगर गांवों में दी गई थी। जिसमें लाइम स्टोन (चूना पत्थर) निकाला जाना था। लेकिन 2 साल तक खनन संबंधी कोई काम नहीं किया। इसके चलते सरकार ने ग्रुप को सुनवाई के लिए नोटिस दिया है। सतना कलेक्टर ने 4 साल पहले दोनों गांव की अलग-अलग लीज जमीन के प्रस्तावों को निरस्त करने का प्रस्ताव शासन को भेजा था। अब इस मामले में खनिज विभाग सुनवाई करने जा रहा है। विभाग ने 9 अक्टूबर को जय प्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड रीवा को हाजिर होने के लिए तलब किया है। खनिज विभाग के अवर सचिव प्रकाश पंद्रे ने जय प्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड रीवा को नोटिस भेजा है।
Jaypee Cement Group की रामनगर में है 169.728 हेक्टेयर जमीन
एक अन्य मामला सतना जिले की रामपुर बघेलान तहसील के रामनगर गांव का भी है। जहां के अलग-अलग खसरों वाली 169.728 हेक्टेयर जमीन का लीज प्रस्ताव भी निरस्त करने का नोटिस दिया है। यह लीज जेपी ग्रुप ( Jaypee Cement Group ) को 28 दिसंबर 2008 से 27 दिसंबर 2038 तक के लिए मंजूर की गई थी। मामले में भी 9 अक्टूबर को ही सुनवाई है, जिसमें जेपी ग्रुप का पक्ष प्रस्ताव निरस्त करने के पहले लिया जाएगा।
खनिज विभाग ने जारी किया नोटिस
नोटिस में कहा गया कि रामपुर बघेलान तहसील के जनार्दनपुर गांव में 135.435 हेक्टेयर जमीन चूना पत्थर खनन के लिए दी गई थी। जिसकी अवधि 12 अगस्त 2013 से 11 अगस्त 2043 तक यानी 30 साल थी। लेकिन लीज मंजूरी के बाद 2 साल तक काम नहीं हुआ, जो पट्टा शर्तों का सीधा उल्लंघन है। इसी कारण सतना कलेक्टर ने 20 जुलाई 2020 को खनिज (परमाणु तथा हाइड्रो कार्बन ऊर्जा खनिजों से भिन्न ) रियायत नियम 2016 के नियम 20 के अंतर्गत लीज प्रस्ताव लैप्स किया जाना प्रस्तावित है। अब 9 अक्टूबर को अपर सचिव खनिज विभाग इस मामले की सुनवाई करेंगे, और इसमें जेपी ग्रुप का पक्ष सुनेंगे।
यूपी में भी है इस ग्रुप के क्लस्टर
जेपी ग्रुप की मौजूदगी रीवा, सतना क्लस्टर के अलावा उत्तर प्रदेश में भी हैं। जेपी ग्रुप देश का तीसरा सबसे बड़ा सीमेंट उत्पादक ग्रुप है। जेपी सीमेंट, बुलंद, मास्टर बिल्डर और बुनियाद जैसे ब्रांड नामों के अंतर्गत पोर्टलैंड पॉजोलाना सीमेंट का विशेष मिश्रण तैयार करता है। जेपी ग्रुप के सीमेंट कारखानों में संयुक्त उपक्रमों सहित कुल क्षमता करीब 6 मिलियन टन प्रति वर्ष है। भारत की प्रमुख सीमेंट कंपनी जेपी ग्रुप की 1986 में स्थापना हुई थी। भारत के 18 कारखानों में 28.1 मिलियन टन सीमेंट उत्पादित की जाती है। हाल ही में जेपी ग्रुप की संपत्तियों पर अडाणी ग्रुप के अधिग्रहण करने संबंधी खबरें आई हैं। अडाणी ग्रुप, जेपी ग्रुप की रियल एस्टेट्स और सीमेंट यूनिट को खरीदने पर विचार कर रहा है।