स्वतंत्र समय, भोपाल
आर्थिक अपराध शाखा ( EOW ) ने फर्जी तरीके से डेयरी प्रोडक्ट विदेश भेजने मामले में बुधवार को जयश्री गायत्री फूड्स प्राइवेट लिमिटेड (पनीर फैक्ट्री) के मालिकों के ठिकानों पर छापा मारा। 25 से ज्यादा अधिकारी भोपाल और सीहोर में 12 से ज्यादा ठिकानों पर कार्रवाई कर रहे हैं। इनमें शाहपुरा और 10 नंबर स्टॉप स्थित घर, दफ्तर और सीहोर स्थित फैक्ट्री भी शामिल है। यहां से अहम दस्तावेज और फाइलें जब्त की गई हैं। कंपनी के मालिकों से पूछताछ की जा रही है।
24 जुलाई को EOW में एफआईआर दर्ज की गई थी
जानकारी के मुताबिक फैक्ट्री के डायरेक्टर किशन मोदी हैं। इनके साथ फैक्टी के अन्य अधिकारी पारुल मोदी और राजेंद्र मोदी पर 24 जुलाई को ईओडब्ल्यू ( EOW ) में एफआईआर दर्ज की गई थी। इन पर 27 देशों में सप्लाई किए जाने वाले डेयरी प्रोडक्ट के सर्टिफिकेट फर्जी तरीके से तैयार करने का आरोप है। ये छापेमारी एक दर्जन से अधिक ठिकानों पर चल रही है। ईओडब्ल्यू के अधिकारियों ने बताया कि कारखाने में छापे के दौरान ऐसे रासायनिक पदार्थ भी मिले हैं, जिनका उपयोग नहीं किया जा सकता है। ऐसे में आशंका है कि कहीं इनका उपयोग खाद्य उत्पाद बनाने के लिए तो नहीं किया जा रहा था। यह कंपनी पनीर सहित अधिकतर मिल्क उत्पाद बनाती है।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने लगाया था 1.20 करोड़ का जुर्माना
इससे पहले मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने 1 करोड़ 20 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया था। यह कंपनी पिछले दो-ढाई वर्ष से विवादों में रही है। जनवरी 2022 में मप्र प्रदूषण नियंत्रण मंडल ने मानक पूरा नहीं करने के कारण कारखाने को बंद करने के निर्देश दिए थे। दूषित पानी का निपटान ठीक से नहीं होने और इस पानी के उपचार के लिए परिसर के बाहर प्लांट नहीं बनाने के लिए मंडल ने यह कार्रवाई की थी। इसके बाद मार्च 2022 में पाइप लाइन बिछाने के लिए दो किमी तक सडक़ खोदने के कारण सीहोर कलेक्टर ने एफआईआर दर्ज कराई थी। जून 2022 में आयकर विभाग की टीम ने भी छापा मारा था। इसके बाद मार्च 2023 में खाद्य सुरक्षा विभाग ने पनीर में पाम आइल की मिलावट के संदेह में छापामार कार्रवाई की। यहां कोलकाता से आया पाम आइल से भरा टैंकर जब्त किया गया था।
जिला प्रशासन ने की थी फैक्ट्री सील
दरअसल, सीहोर के पिपलिया मीरा स्थित जयश्री गायत्री फूड्स प्राइवेट लिमिटेड (पनीर फैक्ट्री) को प्रशासन ने 16 जुलाई को बंद करा दिया था। जिला प्रशासन ने यह कार्रवाई मध्यप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आदेश पर की थी। कलेक्टर प्रवीण सिंह के निर्देश पर बिजली कंपनी ने बिजली कनेक्शन काट दिया था, जिससे उत्पादन बंद हो गया था। अब फैक्ट्री जब तक चालू नहीं होगी, तब तक कि उद्योग जल प्रदूषण नियंत्रण की पूर्ण व्यवस्था नहीं करता है। जयश्री गायत्री फूड्स कंपनी पर जिला प्रशासन द्वारा यह दूसरी बार सख्त कार्रवाई की गई है।