स्वतंत्र समय, भोपाल
सियासत की गुमनामी में खोए कभी कांग्रेस के नेता रहे इन लीडर्स को लेकर पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ( jeetu patwari ) ने ट्वीट किया है। पटवारी ने इन दल-बदलुओं का मन बदलने का दावा किया है। साल 2013 में मप्र की राजनीति में बड़े सियासी दल-बदल की शुरूआत हुई और ये सिलसिला अभी तक जारी है। 2013 में विधानसभा में जब कांग्रेस सदन में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आई तो तत्कालीन उपनेता प्रतिपक्ष चौधरी राकेश सिंह ने भाजपा का दामन थाम लिया। इसके बाद अविश्वास प्रस्ताव गिर गया। चौधरी राकेश सिंह से लेकर अब तक करीब 35 विधायक भाजपा जॉइन कर चुके हैं। इनमें सिर्फ 9 लोग वर्तमान में विधायक और 4 राज्य सरकार में मंत्री हैं।
jeetu patwari ने x पर किया पोस्ट
पटवारी ( jeetu patwari ) ने अपने ट्वीट में लिखा- सच्चाई सिर्फ यह है कि बीते 10 सालों में 35 कांग्रेसी विधायकों ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामा, लेकिन उसमें से 22 नेताओं का सियासी सफर लगभग गुमनामी में चला गया है। ज्यादातर नेता या तो चुनाव हार गए या फिर उन्हें टिकट ही नहीं मिला। इन 35 नेताओं में फिलहाल 9 ही विधायक हैं और उनमें से भी केवल 4 ही मंत्री पद तक पहुंच पाए। उन्होंने कहा-भाजपा भय और लालच के दम पर विपक्ष को खत्म करना चाहती है। डरे हुए कुछ मौकापरस्त मन बदल भी रहे हैं। लेकिन, उनकी स्थिति जनता भी देख, समझ रही है। कभी मित्र, साथी, सहयोगी रहे ऐसे चेहरों के प्रति मेरी पूरी सहानुभूति है!