Jhansi hospital fire: आग में समा गए 10 नवजात, CM योगी ने 12 घंटे में मांगी जांच रिपोर्ट

Jhansi hospital fire: महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में दिल दहला देने वाला हादसा हो गया है। इस हादसें में मेडिकल कॉलेज के एनआईसीयू (न्यू बार्न इंटेंसिव केयर यूनिट) में दस नवजात शिशुओं की झुलसने व दम घुटने से मौत हो गई।

वहीं बताया जा रहा है कि 37 बच्चों को सुरक्षित निकाल लिया गया। लेकिन उन बच्चों को भी परिजनों को नहीं सौंपा गया है इससे अस्पताल में नवजात के परिजन अपने मासूमों को खोजने के लिए अस्पताल में भटक रहे है। वहीं सीएम योगी ने इस घटना के बाद 12 घंटे के अंदर जांच रिपोर्ट मांगी है। वहीं उन्होंने मृतक नौनिहाल के परिजनो को पांच लाख और गंभीर रूप ये घायलों के परिजनों को 50 हजार रुपये की सहायता तत्काल देने के आदेश दिए है।

सेना को संभालना पड़ा मोर्चा

महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में आग लगने के बाद सेना को वहां पर आग पर काबू पाने के लिए पहुंचना पड़ा। वहीं दमकल विभाग की कई गाड़ियों ने आग पर काबू पा लिया है। बचाव कार्य में सेना ने भी मदद की। बताया जा रहा है कि आग लगने के कारण शार्ट सर्किट है। मौके पर जिलाधिकारी समेत सभी प्रशासनिक अधिकारी पहुंच गए थे।

सीएम योगी भी हुए घटना से विचलित

मेडिकल कॉलेज की दिल दहला देने वाली घटना पर मुख्यमंत्री योगी ने गहरा दुख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक और प्रमुख सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य पार्थ सारथी सेन शर्मा को झांसी के लिए रवाना किया। इसके साथ ही इस दिल दहला देने वाली घटना में लापरवाही के लिए जिम्मेदार अधिकारी और अस्पताल स्टॉफ खिलाफ उप पुलिस महानिरीक्षक को हादसे की जांच कर 12 घंटे के भीतर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं।

ऐसे हुआ घटनाक्रम

बताया जा रहा है कि एनआईसीसीयू में आग लगी, उस समय वहां करीब 50 नवजात भर्ती थे। कुछ ही देर में आग की लपटों ने विकराल रूप ले लिया। धुएं का गुबार देख परिजन भर्ती बच्चों को गोद में उठाकर भागने लगे। धुएं और आग की लपटों के कारण कोई आगे नहीं बढ़ पा रहा था। चारों तरफ चीख-पुकार मचने लगी। इसी बीच बिजली भी काट दी गई। दमकल कर्मियों ने वार्ड की खिड़की का कांच तोड़कर अंदर प्रवेश किया।