कबाड़ को कमाल बनाकर बेच रहीं झांसी की Harshita

स्वतंत्र समय, झांसी

झांसी की एक युवती ( Harshita ) ने एक अनोखा स्टार्टअप शुरू किया है। अपने स्टार्टअप के जरिए वह व्यापार करने के साथ ही पर्यावरण संरक्षण को भी बढ़ावा दे रही हैं। इसके साथ ही लोकल कलाकारों को भी बढ़ावा देती हैं। झांसी की रहने वाली हर्षिता चंद्रा ने साल 2020 में अपसाइकल लक्स नाम की कंपनी शुरु की। यह कंपनी देश का पहला ऐसा शॉपिंग प्लेटफॉर्म है, जहां रिसाइकिल और अपसाइकिल चीजों से बने प्रोडक्ट बेचे जाते हैं। हर्षिता ने बताया कि रिसाइकिल या अपसाइकिल का मतलब यह है कि प्लास्टिक की बोतल, प्लास्टिक के पुराने आइटम, लकड़ी की छाल, बचे हुए धागे, चमड़े के बेकार टुकड़े, लकड़ी के बेकार टुकड़े जैसी वस्तुओं से पेन स्टैंड, शर्ट, टी शर्ट, मोबाइल स्टैंड, लैपटॉप स्टैंड जैसे 15 हजार से अधिक प्रोडक्ट को इस ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर बेचा जाता है। यहां मिलने वाला हर प्रोडक्ट 100 प्रतिशत पर्यावरण को बचाने वाला होता है।

Harshita कबाड़ से करती हैं कमाल

आईआईएम और एनआईएफटी से पढ़ाई कर चुकीं हर्षिता ( Harshita ) ने बताया कि पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने 6 से 7 साल तक कई कंपनियों में काम किया। वहां उन्होंने देखा की कई बार सामान वापस आ जाता था। बड़े बड़े प्रोडक्ट बेकार पड़े रहते थे। इन सभी चीजों को कूड़े के ढेर में फेंक दिया जाता था। इन्हीं वस्तुओं को उन्होंने रिसाइकिल और अपसाइकिल करने का सोचा। इसके बाद उन्होंने अपसाइकल लक्स को शुरू करने का फैसला लिया।

पर्यावरण को दे रहीं बढ़ावा

हर्षिता ने बताया कि अपसाइकल लक्स के माध्यम से वह एक साथ तीन उद्देश्यों को पूरा करती हैं। सबसे पहले वह कबाड़ हो रही वस्तुओं को रिसाइकिल करके उनसे अलग अलग प्रोडक्ट तैयार करते हैं। इसको तैयार करने वाले लोकल कलाकारों को भी काम और प्रोत्साहन मिलता है। इस स्टार्टअप के माध्यम से वह लोगों को भी रिसाइकिल प्रोडक्ट का इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहित भी करती हैं।

15 करोड़ की बनाई कंपनी

हर्षिता ने बताया कि इस कंपनी की शुरुआत उन्होंने अकेले की। कुछ समय बाद कार्तिके चंद्रा और हर्षित जैन बतौर को फाउंडर जुड़े। आज उनके पास 100 से ज्यादा का स्टाफ है। उनकी कंपनी की वैल्यू लगभग 15 करोड़ रुपये है। बड़े शहरों के साथ ही वह छोटे शहरों में भी अपने ब्रांड को पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं।