IAS अधिकारियों पर विवादित टिप्पणी,अपना ही सम्मान घटा रहे जीतू पटवारी

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी जो कभी अपनी वाक् कली के चलते कांग्रेस पार्टी के शान हुआ करते थे। अब इतनी हल्की भाषा का प्रयोग करने लगे है कि इन्होने अपनी पद की प्रतिष्ठा ही भूला दी है। कभी भाजपा सरकारी की योजनाओं पर निशाना साधते हुए महिलाओं पर टिप्पणी कर देते है तो कभी प्रदेश के आईएएस अफसरो पर स्तर हीन टिप्पणी कर देते है। जीतू पटवारी को अपनी पार्टी का मान खोने की बजाय राजनीति और विरोध करने के तरीकों में आर्दश को उतारना पड़ेगा वर्ना कांग्रेस अपना नामों निशान ही प्रदेश से मिटा लेंगी।

नौकरशाही को लेकर सियासी घमासान
राजधानी भोपाल में चल रहे दो दिवसीय कलेक्टर-कमिश्नर कॉन्फ्रेंस के बीच नौकरशाही को लेकर सियासी घमासान मच गया। दरअसल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने आइएएस अफसरों को लेकर विवादित बयान दे दिया। पटवारी ने कहा कि 90 प्रतिशत आइएएस अफसर जिलों में जाकर भाजपा सरकार का बाजा बजा रहे हैं। विपक्ष पर यातनाएं करते हैं। जो आइएएस चड्डी पहनकर घूम रहे हैं। वो अपनी चड्डी के बटन लगाकर रखें।

भाजपा का पलटवार
भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने पलटवार करते हुए कहा पटवारी अफसरों का अपमान करने पर उतर चुके हैं। वहीं बीजेपी प्रवक्ता राजपाल सिंह सिसोदिया ने भी इस बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। सिसोदिया ने कहा कि ‘ऐसा लग रहा है जैसे कोई बूथ अध्यक्ष बोल रहा हो। प्रदेश अध्यक्ष पद की गरिमा बनाए रखें।

पटवारी खो देंगे खुद का सम्मान
उन्होंने आगे कहा कि IAS अधिकारियों को अश्लील शब्दों से संबोधित करना पूरी तरह से अनुचित है, और कार्यपालिका देश के निर्माण में अहम भूमिका निभाती है। इस प्रकार के बयान से ना केवल अधिकारियों की इज्जत घटेगी, बल्कि पटवारी का खुद का सम्मान भी कम होगा

दिग्गी की दर्द नहीं भूल पाई है जनता
जीतू पटवारी जिस भाजपा को कोसते नजर आती है । उन्हें कभी दिग्गी का शासन काल भी याद करना चाहिए जब जनता मूलभूत सुविधाओं के लिए तरसती थी। प्रदेश में सड़के नही थी। घंटो तक अंधेरा छाया रहता था। रोजगार की बात करने वाली कांग्रेस यह भूल जाती है कि दिग्गी के शासन काल में नौकरी का वेकेंसी तक निकलना बंद हो गई थी। शायद ऐसी कई बाते कांग्रेस को याद करना चाहिए