शिवपुरी पहुंचे जीतू पटवारी, इकलौते कांग्रेसी विधायक का बैनर न लगने से उखड़े समर्थक

स्वतंत्र समय, शिवपुरी

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद जीतू पटवारी पहली बार गुरुवार की रात शिवपुरी पहुंचे। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कार्यकर्ता सम्मेलन को भी संबोधित किया। उन्होंने लोकसभा में पूरी ताकत से एकजुट होकर काम करने की बात कहीं, लेकिन कांग्रेस को मिली हार और शिवपुरी में हुए सर्वे के आधार पर टिकट आवंटन को लेकर क्षेत्रीय नेताओं ने नाराजगी जाहिर करते हुए मंच से अपना दर्द बयां किया और आगामी समय में बदलाव लाने की बात पर प्रदेश अध्यक्ष से चर्चा की।
बता दें कि कार्यकर्ता सम्मेलन में पूर्व विधायक व वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरिवल्लभ शुक्ला भी शामिल हुए थे। जहां उन्होंने संबोधन करते हुए जीतू पटवारी से अपनी पीड़ा बयां की और कहा कि जो सर्वे शिवपुरी में कराया गया था उसे सर्वे के मुताबिक टिकटों का आवंटन नहीं हुआ। इस प्रकार के सर्वे भविष्य में आइंदा नहीं करना चाहिए। साथ ही कांग्रेस के द्वारा बनाए गए प्रभारी पर भी कटाक्ष करते हुए हरिवल्लभ शुक्ला बोले की जो प्रभारी कांग्रेस के द्वारा बनाए गए थे वह प्रभारी क्षेत्र में आकर काम करने से पहले ऐसे नाश्ते की मांग करते थे। भविष्य में महंगे प्रभारी की अपेक्षा सस्ते प्रभारी बनाए जाएं, जो कार्यकर्ता के साथ जोडक़र काम कर सके। उन्होंने कहा कि मैं आपको एक सलाह देना चाहता हूं उस सलाह के मुताबिक यदि आप कार्यवाहक अध्यक्षों की नियुक्ति कर अपने सहयोग के लिए कांग्रेस को मजबूत करने की दिशा में काम करें तो यह सार्थक सिद्ध होगा। हरिवल्लभ शुक्ला ने इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी को सलाह देते हुए यह भी कहा कि फूल सिंह बरैया के पार्टी में शामिल होने का कांग्रेस लाभ नहीं ले पाई। यदि फूल सिंह बरैया को कांग्रेस पार्टी राज्यसभा का टिकट देती है तो पूरे ग्वालियर चंबल के पिछड़े और दलित वोट कांग्रेस के पक्ष में अपना मतदान करने के लिए उत्साहित हो सकते हैं।

इकलौते विधायक का नहीं लगाया मंच के बैनर पर फोटो

कार्यकर्ता सम्मेलन के मंच पर एक बैनर लगाया गया था। उस बैनर में कांग्रेस के तमाम दिग्गज नेताओं की फोटो लगे हुए थे लेकिन बैनर में शिवपुरी विधानसभा की 5 सीटों में से जीत कर विधायक बने इकलौते पोहरी विधानसभा सीट से कैलाश कुशवाह का ही फोटो बैनर में नहीं लगाया गया था। इसे देख मंच पर बैठे जीतू पटवारी के सामने कुशवाह के समर्थक भडक़ गए और उन्होंने कुर्सियों से खड़े होकर विरोध व्यक्त किया। इस दौरान काफी देर तक हंगामा चला। तब इसके बाद पोहरी विधायक कैलाश कुशवाह ने मंच को संभालते हुए कहा कि जब वो खुद मौके पर मौजूद है तो उन्हें किसी फोटो की आवश्यकता नहीं है।

पूर्व विधायक ने भी दिखाया आइना

कार्यकर्ता सम्मेलन में कार्यकर्ताओं और नेताओं के द्वारा लगातार अपनी पीड़ा नव नियुक्त प्रदेश अध्यक्ष के समक्ष रखी जा रही थी। इसी कड़ी में पूर्व विधायक गणेश गौतम भी अपने आप को नहीं रोक सके। उन्होंने शिवपुरी विधानसभा से बनाए गए कांग्रेस प्रत्याशी केपी सिंह का कक्काजू को टिकट दिए जाने पर सवालिया निशान खड़े करते हुए कहा कि कौन सा ऐसा सर्वे था जिसमें केपी सिंह काकाजू का नाम शिवपुरी से सर्वे टीम ने प्रस्तावित किया था, फिर ऐसा क्या हुआ जो कांग्रेस को पिछोर से उन्हें शिवपुरी में लाकर प्रत्याशी बनाना पड़ गया। जबकि आम कार्यकर्ता टिकट की मांग के लिए जब भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भीड़ के साथ कांग्रेस कार्यालय पर जा रहे थे, तो उनसे यही कहा जा रहा था कि सर्वे में रिपोर्ट जिसकी आएगी उसे टिकट दिया जाएगा। तो केपी सिंह कक्काजू किस सर्वे रिपोर्ट के आधार पर शिवपुरी से प्रत्याशी बनाया गया था वह सर्वे रिपोर्ट कहां और किसके पास है।