जेपी नड्डा का कड़ा हमला: कांग्रेस पर ‘गोलियों के बीच बिरयानी’ वाला तंज

जेपी नड्डा : राज्यसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने कांग्रेस की पुरानी सरकारों पर कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सीमा विकास और आतंकवाद के खिलाफ कड़ा कदम नहीं उठाया। एक पूर्व रक्षा मंत्री ने कहा था कि बेहतर रक्षा के लिए सीमा विकास नहीं होना चाहिए, जो गलत सोच थी। नड्डा ने बताया कि एक पूर्व गृहमंत्री को कश्मीर जाने में डर लगता था। उन्होंने कहा कि 2014 से 2025 तक जम्मू-कश्मीर को छोड़कर पूरे देश में आतंकवादी हमले बंद हो गए हैं।

नड्डा बोले- 2005-06 में हमले के बाद भी कांग्रेस ने नहीं ली कार्रवाई

केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि 2005 में दिल्ली में सीरियल बम धमाके हुए, 2006 में वाराणसी और मुंबई में भी आतंकी हमले हुए, लेकिन उस समय की सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। उस वक्त भारत और पाकिस्तान के बीच व्यापार और पर्यटन भी चलता रहा। उन्होंने बताया कि पुलिस और सेना वहीं थीं, लेकिन राजनीतिक इच्छाशक्ति नहीं थी। 2009 में शंघाई सहयोग संगठन की बैठक में 2008 के बड़े आतंकी हमलों का कोई ज़िक्र तक नहीं हुआ, जो सरकार की कमजोरी को दिखाता है।

नड्डा ने कांग्रेस की तुष्टिकरण नीति पर किया कटाक्ष

उन्होंने कहा कि हमें उस समय की कांग्रेस सरकार की नरमी को समझना चाहिए। 2008 में जयपुर में इंडियन मुजाहिद्दीन ने बम धमाके किए, फिर भी भारत और पाकिस्तान ने आपस में भरोसा बढ़ाने के लिए कुछ खास कदम उठाए। उन्होंने कहा, “वे हमें गोलियां मारते रहे और हम उन्हें खाना खिलाते रहे।” साथ ही, सरकार ने नियंत्रण रेखा पार करने के लिए ट्रिपल-एंट्री परमिट देने की भी अनुमति दी थी।