स्वतंत्र समय, नई दिल्ली
विपक्षी सांसदों ने बुधवार को वक्फ (संशोधन) विधेयक पर जेपीसी ( JPC ) की आठवीं बैठक का बहिष्कार किया। सांसदों ने आरोप लगाया कि जेपीसी के अध्यक्ष जगदंबिका पाल तय प्रक्रिया पूरी किए बिना ही 29 नवंबर की समय-सीमा तक कार्यवाही खत्म करके मसौदा रिपोर्ट लोकसभा में पेश करना चाहते हैं।
आश्वासन के बाद भी JPC का समय नहीं बढ़ाया
पाल के इस फैसले का सभी विपक्षी दलों ने बहिष्कार किया है। हमारी मांग जेपीसी ( JPC ) की समय सीमा बढ़ाने की है। कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा- लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संकेत दिया था कि समिति को विस्तार दिया जा सकता है। लेकिन ऐसा लग रहा है कि कोई बड़ा मंत्री जगदंबिका पाल की कार्रवाई को डायरेक्ट कर रहा है। आप सांसद संजय सिंह ने कहा-स्पीकर ने हमें आश्वासन दिया था कि वे जेपीसी का समय बढ़ा देंगे। लेकिन अब उन्होंने कहा कि मसौदा रिपोर्ट पेश करने के लिए तैयार है। पाल ने दिल्ली सरकार, जम्मू-कश्मीर सरकार, पंजाब सरकार, यूपी सरकार की बात नहीं सुनी।
सभी पार्टियां चाहती थी जेपीसी का विस्तार
वाईएसआरपी सांसद वी विजयसाई रेड्डी ने कहा- भाजपा से गठबंधन न करने वाली सभी पार्टियां जेपीसी का विस्तार चाहती थीं, लेकिन पाल ने अपना काम पूरा करने की बात कही। ताकि रिपोर्ट 29 नवंबर को लोकसभा में पेश की जा सके असदुद्दीन ओवैसी ने कहा- मैंडेट ये है कि रिपोर्ट 29 नवंबर को दी जानी चाहिए। हम इसे कैसे दे सकते हैं, इसके लिए तय प्रक्रिया का पालन किया जाना चाहिए जो नहीं किया गया है। सबसे जरूर बात ये है कि इस समिति ने बिहार, पश्चिम बंगाल का दौरा नहीं किया है।