कांग्रेस में श्रीमंत रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया भाजपा में बनते जा रहे जमीनी नेता

स्वतंत्र समय, भोपाल

कांग्रेस के जमाने में श्रीमंत और महाराजा का तमगा लेकर चलने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया भाजपा में आने के बाद बदले बदले नजर आ रहे हैं। इस बदलाव की चर्चा खुद सिंधिया के कारण हो रही है। वे लोकसभा चुनाव नजदीक होने के कारण गुना और ग्वालियर में ज्यादा सक्रिय नजर आ रहे हैं। इतना ही नहीं कार्यक्रमों के अलावा भी वे अब श्रीमंत और महाराज कहलाने से परहेज करते हुए जमीन नेता बनने की ओर अग्रसर होते दिखाई दे रहे हैं। लोकसभा चुनाव नजदीक होने से केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने आप को बदलते नजर आ रहे हैं। कभी सिंधिया बच्चों संग गिल्ली-डंडा खेलते हुए नजर आ रहे हैं, तो कभी वे सब्जी खरीदते नजर आ रहे हैं। अब सिंधिया का एक और वीडियो सामने आया है, जो खूब वायरल हो रहा है। सिंधिया ने अपना काफिला रुकवा दिया, जिसकी वजह जानकर हर कोई हैरान रह गया। वहीं दूसरी ओर वे कांग्रेस पर लगातार हमला बोल रहे हैं।

चाय की टपरी पर रुकवा दिया काफिला

केंद्रीय मंत्री सिंधिया का अनोखा अंदाज दिखा। वह अशोकनगर जिला के मुंगावली विधानसभा में एक कार्यक्रम को संबोधित कर, चन्देरी के लिए निकले थे।
वहां पहुंचने से पहले ही उन्होंने बीच रास्ते में अपना काफिला रुकवा कर चाय की टपरी पर चाय का लुत्फ़ लिया। इस दौरान उन्होंने वहां की जनता और कई दुकानदारों से बात भी की।

लोकसभा चुनाव से पहले सक्रिय हुए सिंधिया

केंद्रीय मंत्री सिंधिया अपने क्षेत्र गुना ग्वालियर में काफी सक्रिय दिख रहे हैं। आगामी लोकसभा चुनाव के लिहाज से यह सक्रियता काफ़ी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। केंद्रीय मंत्री पिछले 5 दिनों से रोजाना कई कार्यक्रमों और सम्मेलन में हिस्सा ले रहे हैं। वे रोजाना लाखों की संख्या में जनता को संबोधित कर रहे हैं।

गिल्ली-डंडा खेलते दिखे ज्योतिरादित्य सिंधिया

राज्यसभा सांसद खेल स्पर्धा में सिंधिया बच्चों से गिल्ली-डंडा खेलते नजर आए थे। हालांकि वे निशाना नहीं लगा पाए, जिसके बाद जोर से हंसने लगे। कांग्रेस को घेरते हुए सिंधिया ने कहा कि कांग्रेस की कथनी और करनी में अंतर है। इतने वर्षों तक बाबा साहब को सम्मानित करने का कांग्रेस ने कभी प्रयास नहीं किया। 1990 में गैर कांग्रेसी सरकार द्वारा अटल बिहारी वाजपेयी की मांग पर अम्बेडकर को भारत रत्न दिया गया। ये वही कांग्रेस है जिसने 1952 में जब पहली बार चुनाव हुए तो बाबा साहब के विरुद्ध प्रत्याशी खड़ा कर उन्हें हराने का काम किया और जिस प्रत्याशी ने उन्हें हराया उसे कांग्रेस पार्टी ने पद्म पुरस्कार दिया।

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बाजार से सब्जी-फल खरीदे

इससे पहले सिंधिया बाजार में आम लोगों की तरह फल-सब्जी खरीदते हुए नजर आए थे। सिंधिया ने मुंगावली में गाड़ी रुकवाकर सब्जी-फलों के दुकानदारों से बातचीत की। रेहड़ी पर सब्जी बेचने वालों का हालचाल जाना और उनकी समस्याओं को सुना।