देशभक्ति से लबरेज़ और वीरता से ओत-प्रोत “ऑपरेशन सिंदूर” को लेकर पूरा देश आज गर्व से सिर ऊंचा किए खड़ा है। इसी जज़्बे को शब्दों में पिरोते हुए केंद्रीय कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने जोश से लबरेज़ प्रतिक्रिया दी है। उनकी आवाज़ में गर्व था, लहजे में ललकार और शब्दों में वो आग, जो देश के दुश्मनों के लिए चेतावनी बनकर गूंज रही थी। उन्होने कहा कि “भारत ने दुनिया को यह संदेश दे दिया है – दिलबर के लिए दिलदार हैं हम, और दुश्मनों के लिए तलवार हैं हम। अगर मैदान में उतर जाएं, तो पीछे हटना नामुमकिन है!”
पीएम मोदी की तारिफ की
विजयवर्गीय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की निर्णायक नेतृत्व क्षमता को सलाम करते हुए कहा कि “प्रधानमंत्री ने फिर से साबित कर दिया कि उनका सीना वाकई 56 इंच का है। जब बात देश की सुरक्षा की हो, तो भारत हर सीमारेखा पार कर सकता है। भारत अब सिर्फ प्रतिक्रिया नहीं देता, बल्कि पहल करता है।”
भारत के शोर्य ने भरी हुंकार
उन्होंने “ऑपरेशन सिंदूर” को केवल एक सैन्य अभियान नहीं, बल्कि भारत की आत्मा की पुकार और शौर्य की हुंकार बताया। उन्होंने कहा कि “यह ऑपरेशन भारतीय सेना की अदम्य साहस, अटूट आत्मबल और रणनीतिक क्षमता का प्रतीक है। जब भारत की सेना चलती है, तो दुश्मनों की रातों की नींद उड़ जाती है।” पूरा देश इस साहसिक मिशन पर गर्व से भर उठा है। हर भारतवासी के दिल में तिरंगे के लिए सम्मान, सैनिकों के लिए नमन और भारत मां के लिए अटूट प्रेम की भावना और प्रबल हो गई है। “ऑपरेशन सिंदूर” एक संदेश है – भारत अब चुप नहीं बैठता, भारत अब आगे बढ़कर जवाब देता है।