मध्य प्रदेश के कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय गुरुवार सुबह अचानक अस्वस्थ हो गए, जिसके बाद उन्हें इंदौर के बॉम्बे हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। जानकारी के अनुसार, सुबह वे परिवार और कुछ करीबी साथियों के साथ अस्पताल पहुंचे, जहां प्रारंभिक जांच (प्राइमरी ऑब्जर्वेशन) के बाद डॉक्टरों ने उन्हें एडमिट करने का निर्णय लिया। फिलहाल उनकी स्थिति स्थिर और सामान्य बताई जा रही है।
सूत्रों के अनुसार, मंत्री विजयवर्गीय सुबह करीब 9 बजे अचानक असहज महसूस करने लगे। उस समय शहर का मौसम भी बदला हुआ था। जब उन्होंने कमजोरी और थकान महसूस की, तो परिवार ने बिना देरी किए उन्हें बॉम्बे हॉस्पिटल ले जाया। डॉक्टरों ने प्रारंभिक जांच के बाद कुछ जरूरी टेस्ट किए और आराम की जरूरत बताते हुए उन्हें भर्ती कर लिया।
थकान बनी तबीयत बिगड़ने की वजह
हॉस्पिटल के जनरल मैनेजर राहुल पाराशर ने बताया कि मंत्री जी को अत्यधिक थकान के चलते अस्पताल में भर्ती किया गया है। पिछले कुछ दिनों से वे लगातार कई कार्यक्रमों और बैठकों में व्यस्त रहे थे, जिससे उन्हें पर्याप्त आराम नहीं मिल पाया। डॉक्टरों का कहना है कि उन्हें कुछ दिनों तक पूरी तरह आराम करने की सलाह दी गई है।
परिवार और करीबी सूत्रों के अनुसार, विजयवर्गीय की तबीयत को लेकर जानकारी सीमित लोगों तक ही साझा की गई है। उनके परिवार ने सभी से अपील की है कि इस खबर को सोशल मीडिया पर प्रसारित न किया जाए, ताकि मंत्री कैलाश विजयवर्गीय को पर्याप्त आराम मिल सके और अनावश्यक अफवाहें न फैलें।
डॉक्टरों ने दी स्वास्थ्य स्थिति पर जानकारी
डॉक्टरों ने बताया कि फिलहाल उनकी सभी जांचें सामान्य हैं और स्थिति में तेजी से सुधार हो रहा है। उन्हें सामान्य वार्ड में रखा गया है और जल्द ही डिस्चार्ज किए जाने की संभावना है। अस्पताल प्रशासन ने कहा कि चिंता की कोई बात नहीं है, बस थकान और ओवरवर्क के चलते यह समस्या उत्पन्न हुई।
पिछले कुछ दिनों से व्यस्त कार्यक्रम रहे कारण
करीबी सूत्रों के मुताबिक, मंत्री कैलाश विजयवर्गीय पिछले चार से पांच दिनों से लगातार राजनीतिक और प्रशासनिक कार्यक्रमों में व्यस्त थे। कई सार्वजनिक आयोजनों और बैठकों में भाग लेने के चलते उन्हें पर्याप्त नींद और आराम नहीं मिला। यही वजह रही कि शरीर ने थकान का संकेत दिया और उन्हें स्वास्थ्य जांच के लिए अस्पताल जाना पड़ा।