कमल हसन और मणिरत्नम की जोड़ी ने 38 साल बाद फिल्म ‘Thug Life’ के साथ सिनेमाघरों में वापसी की थी। 1987 में रिलीज हुई उनकी फिल्म ‘नायगन’ की सफलता के बाद इस नई गैंगस्टर ड्रामा से दर्शकों को काफी उम्मीदें थीं। लेकिन रिलीज के दूसरे फ्राइडे तक आते-आते यह साफ हो गया कि ‘Thug Life’ बॉक्स ऑफिस पर वह कमाल नहीं दिखा पाई, जिसकी अपेक्षा की जा रही थी।
दूसरे फ्राइडे की कमाई: उम्मीदों से कोसों दूर
5 जून 2025 को रिलीज हुई ‘Thug Life’ ने पहले दिन 15.5 करोड़ रुपये की नेट कमाई के साथ ठीक-ठाक शुरुआत की थी। लेकिन इसके बाद फिल्म की रफ्तार धीमी पड़ती गई। पहले हफ्ते में फिल्म ने भारत में कुल 42.25 करोड़ रुपये की नेट कमाई की। दूसरे फ्राइडे, यानी 13 जून 2025 को, फिल्म की कमाई और गिरावट के साथ लगभग 1 करोड़ रुपये के आसपास सिमट गई।
तमिलनाडु में फिल्म को शुरुआती दिनों में अच्छा रिस्पॉन्स मिला, जहां पहले दिन 13.35 करोड़ रुपये की कमाई हुई। लेकिन हिंदी और तेलुगु मार्केट में फिल्म दर्शकों का ध्यान खींचने में नाकाम रही। हिंदी बेल्ट में तो फिल्म की कमाई पहले दिन से ही महज 65 लाख रुपये थी, जो दूसरे फ्राइडे तक 25-30 लाख रुपये के बीच सिमट गई।
क्यों नहीं चला ‘Thug Life’ का जादू?
‘Thug Life’ की कमजोर परफॉर्मेंस के पीछे कई कारण हैं। आइए, इन पर नजर डालते हैं:
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मिश्रित समीक्षाएं: फिल्म को मिली-जुली समीक्षाएं मिलीं। जहां कुछ ने कमल हसन की एक्टिंग, सिनेमैटोग्राफी और ए.आर. रहमान के म्यूजिक की तारीफ की, वहीं कहानी की कमजोर राइटिंग, किरदारों का अधूरा विकास और धीमी गति की आलोचना हुई।
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कर्नाटक में रिलीज पर बैन: कमल हसन के कन्नड़ भाषा पर दिए एक बयान की वजह से कर्नाटक में फिल्म की रिलीज रुक गई। इस विवाद ने फिल्म को करीब 40 करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान लगाया गया।
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कड़ी टक्कर: हिंदी बेल्ट में ‘Thug Life’ को ‘Housefull 5’ जैसी फिल्म से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ा। ‘Housefull 5’ ने पहले दिन ही 23 करोड़ रुपये की कमाई की, जो ‘Thug Life’ की दो दिनों की कमाई के बराबर थी।
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पैन-इंडिया अपील की कमी: ‘Thug Life’ को पैन-इंडिया फिल्म के तौर पर प्रचारित किया गया था, लेकिन यह हिंदी और तेलुगु दर्शकों से कनेक्ट नहीं कर पाई। तमिल के अलावा अन्य भाषाओं में ऑक्यूपेंसी रेट बेहद कम रहा।