Kangana Ranaut: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के परिणामों के बाद शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) असमंजस और हैरानी में है। इस राजनीतिक माहौल में, भाजपा सांसद और बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने उद्धव ठाकरे पर तीखा हमला किया है।
कंगना ने अपने बयान में उद्धव ठाकरे की राजनीतिक रणनीतियों और उनके नेतृत्व पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने शिवसेना की मौजूदा स्थिति पर तंज कसते हुए इसे “अपनी गलतियों का परिणाम” बताया। कंगना का यह बयान उद्धव ठाकरे के साथ उनके पहले के विवादों को और बढ़ा सकता है, जब उन्होंने महाराष्ट्र सरकार और बीएमसी के फैसलों की खुलकर आलोचना की थी।
यह देखना दिलचस्प होगा कि उद्धव ठाकरे या उनके गुट की ओर से इस पर क्या प्रतिक्रिया आती है और महाराष्ट्र की राजनीति में यह बयानबाजी किस तरह से असर डालेगी। कंगना रनौत ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद उद्धव ठाकरे पर तीखा हमला करते हुए उन्हें “महिलाओं का अपमान करने वाला राक्षस” करार दिया। उन्होंने कहा, “मुझे पहले से आभास हो गया था कि उद्धव ठाकरे को चुनाव में इतनी बुरी हार का सामना करना पड़ेगा।”
कंगना ने अपने बयान में कहा, “हम पहचान सकते हैं कि कौन ‘देवता’ है और कौन ‘दैत्य’। यह इस बात पर निर्भर करता है कि कौन महिलाओं का अपमान करता है और कौन उनके सम्मान और कल्याण के लिए योजनाएं चलाता है।” कंगना का यह बयान उद्धव ठाकरे और उनके गुट पर एक व्यक्तिगत और तीखा राजनीतिक हमला माना जा रहा है। गौरतलब है कि कंगना और उद्धव ठाकरे के बीच पहले से ही विवाद चलता आ रहा है, खासतौर पर 2020 में मुंबई में उनके कार्यालय तोड़े जाने के बाद। कंगना के इस बयान के बाद उद्धव गुट की प्रतिक्रिया और महाराष्ट्र की राजनीति में इसकी गूंज देखने लायक होगी।
कंगना रनौत ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के परिणामों पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए उद्धव ठाकरे के साथ-साथ कांग्रेस पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, “इतिहास गवाह है कि हम दैत्यों और देवताओं को कैसे पहचानते हैं। महिलाओं का अपमान करने वाला दैत्य है, जबकि उनकी भलाई के लिए काम करने वाला देवता।” कंगना ने अपने मुंबई स्थित बंगले पर बीएमसी की बुलडोजर कार्रवाई का जिक्र करते हुए कहा, “उनकी (उद्धव ठाकरे और उनके गुट की) बुद्धि भ्रष्ट हो गई थी, और यह पहले से ही साफ नजर आ रहा था।”
कांग्रेस की हार पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा, “जनता ने जवाब दे दिया है कि यह देश बलिदान से बना है, और कुछ मूर्खों के इकट्ठा हो जाने से इसके टुकड़े नहीं हो सकते।” कंगना ने इन चुनावी नतीजों को भाजपा और उसकी सहयोगी पार्टियों के लिए ऐतिहासिक करार दिया। उन्होंने इस जीत का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी लीडरशिप में चलाई जा रही नीतियों को दिया। उनका यह बयान राजनीतिक और सामाजिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया है।