स्वतंत्र समय, इंदौर
शहर के मध्य क्षेत्र में स्थित बेशकीमती जमीन, जिसे कर्बला मैदान ( Karbala Land ) के नाम से जाना जाता है, पर मालिकाना अधिकार को लेकर चल रहे विवाद में न्यायालय ने निगम के पक्ष में फैसला होने पर बुधवार को महापौर और एमआईसी सदस्यों ने अधिकृत कब्जे के लिए 6.7 एकड़ वाले कर्बला मैदान का निरीक्षण किया। इस मौके पर महापौर ने कहा की इस जमीन का उपयोग दिल्ली के प्रगति मैदान की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। इधर नगर निगम ने इस मामले में हाईकोर्ट में केविएट याचिका भी दायर कर दी है। महापौर ने कहा की नगर निगम ने 1979 से चली आ रही ऐतिहासिक कानूनी लड़ाई जीत ली है।
Karbala Land पर निगम स्वामित्व का लगाया बोर्ड
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि इस ऐतिहासिक निर्णय पर खुशी जताते हुए कहा, कर्बला मैदान ( Karbala Land ) की जमीन इंदौर नगर पालिक निगम के स्वामित्व की थी, और न्यायालय के फैसले ने इस तथ्य पर मुहर लगा दी है। जिला न्यायालय के इस निर्णय से निगम की स्थिति और भी मजबूत हुई है, साथ ही उच्च न्यायालय में भी इस मामले पर केविएट दायर करेंगे ताकि भविष्य में कोई चुनौती पेश न हो सके।’ इसके साथ ही इस मैदान पर निगम स्वामित्व का बोर्ड भी लगाया गया।
प्लानिंग बनाने को मेयर ने किया मैदान का मुआयना
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि नगर पालिक निगम इंदौर की इस जीत को शहर के विकास और प्रगति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। महापौर ने कहा कि यह इंदौर की प्रगति का मैदान है इसको दृष्टि कर रखते हुए इस मैदान पर क्या योजना लाई जाएगी और इसका क्या उपयोग किया जाएगा इस संबंध में आज मैदान का मौका मुआयना किया गया। विदित हो कि निगम पिछले कुछ समय से अपने स्वामित्व की बेशकीमती जमीनों को पुन: अपने अधिकार में लेने की दिशा में सक्रियता से कार्य कर रहा है, और इस मामले में मिली जीत उसी प्रयास का हिस्सा है।