करीला मेले में हादसा… टूटी सीढ़ी… CM Mohan Yadav लड़खड़ाए

स्वतंत्र समय, भोपाल/अशोकनगर

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ( CM Mohan Yadav ) रंगपंचमी के अवसर पर बुधवार को अशोकनगर स्थित जानकी धाम करीला पहुंचे। सीएम यादव मीडिया से बातचीत के दौरान वह जिस सीढ़ी पर खड़े थे, वो टूट गई। इससे वे लडख़ड़ा गए। साथ खड़े लोगों ने उन्हें तत्काल संभाला।

CM Mohan Yadav बोले- माता की लीला है

करीला धाम में रंगपंचमी का तीन दिवसीय मेला चल रहा है। मुख्यमंत्री ( CM Mohan Yadav ) सुबह करीब 11.40 बजे यहां पहुंचे। माता जानकी के दर्शन और पूजा की। इसके बाद रेलिंग में खड़े श्रद्धालुओं पर फूलों की वर्षा की। फिर सीढिय़ों से उतरते हुए मीडिया से चर्चा करने लगे। उनके साथ और भी लोग थे। वजन अधिक होने से अस्थायी सीढ़ी टूट गई। हालांकि, घटना में किसी को चोट नहीं आई है। सीएम ने कहा कि यहां पर जनता का जोश ऐसा है कि लोग आते ही जा रहे हैं। माता की लीला है। साथ ही उन्होंने कहा कि उत्साह, उमंग और जोश के साथ होश भी जरूरी है।

यहां का इतिहास 17 लाख साल पुराना: डॉ. यादव

मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि यहां का इतिहास 17 लाख साल पुराना है। यहां बच्चे-बच्चे के रोम-रोम में राम समाए हैं। मैं पिछली बार यहां आया तो ऐसा लगा जैसे कोई चुंबक लगा हो। अपने आप यहां एक बार आने के बाद कोई भी खिंचा चला आता है। राई नृत्य को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा- मुझे बताया गया कि यह राई नृत्य का कार्यक्रम है। मैं इसमें थोड़ा संशोधन करना चाहता हूं। हो सकता है राई नृत्य का नाम बाद में बदला हो, जब भगवान श्री राम के यहां लव कुश का जन्म हुआ होगा। भगवान राम के नाम पर रघुराई नृत्य हुआ होगा। ये भाव और भावना का नृत्य है। सीएम ने कहा कि यहां धर्मशाला बननी है। जब मैं पिछली बार आया था तो 10 लाख रुपए देने की घोषणा की थी, जो आ भी गए, लेकिन 10 लाख रुपए कम है। अगली बार इस मेला के लिए 1 करोड़ रुपए व्यवस्थाओं के लिए भेजेंगे।