Karwa Chauth 2025: व्रत के दौरान इन 3 सावधानियों का रखें ध्यान, सुहागिनों को मिलेगा वैवाहिक जीवन में सुख और पति की लंबी उम्र का आशीर्वाद

करवा चौथ का पर्व हर साल सुहागिनों के जीवन में एक विशेष महत्व रखता है। यह दिन केवल उपवास रखने का अवसर नहीं है, बल्कि पति की लंबी उम्र, सुखमय वैवाहिक जीवन, अच्छे स्वास्थ्य और आर्थिक-व्यक्तिगत समृद्धि के लिए समर्पण का प्रतीक भी माना जाता है। इस दिन महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं और करवा माता की विधिपूर्वक पूजा करती हैं। साथ ही चंद्रमा के दर्शन और पूजन से व्रती को अखंड सौभाग्य और वैवाहिक जीवन में स्थिरता का आशीर्वाद मिलता है।

करवा चौथ व्रत के दौरान इन तीन बातों का रखें विशेष ध्यान

1. नुकीली और तेज वस्तुओं से बचें

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन चाकू, कैंची या सुई जैसी नुकीली वस्तुओं का उपयोग करना अशुभ माना जाता है। व्रत के दौरान इन चीज़ों का प्रयोग भूलकर भी न करें। ऐसा करने से व्रत का लाभ कम हो सकता है और नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न हो सकती है। इसलिए पूजा और घर के कामकाज में केवल सुरक्षित और शुभ वस्तुओं का ही प्रयोग करें।

2. सोलह श्रृंगार के साथ करें पूजा

करवा चौथ के दिन पूजा के समय व्रती का पूरा सोलह श्रृंगार करना अत्यंत शुभ माना जाता है। चंद्रमा के दर्शन के समय भी सोलह श्रृंगार में बैठना लाभकारी होता है। ऐसा करने से वैवाहिक जीवन में प्रेम, विश्वास और शांति बढ़ती है। श्रृंगार का महत्व केवल बाहरी सौंदर्य तक सीमित नहीं है, यह मानसिक और आध्यात्मिक रूप से भी व्रती को सजग बनाता है।

3. व्रत का पालन निर्जला रूप से करें

करवा चौथ का व्रत अन्य व्रतों की तुलना में कठिन माना जाता है, क्योंकि यह निर्जला व्रत है। व्रती दिनभर अन्न और जल का सेवन नहीं करती। पारण केवल चंद्रमा के उदय होने के बाद ही किया जाता है। इस दौरान गलती से भी भोजन या पानी ग्रहण न करें। व्रत का सटीक पालन करने से स्वास्थ्य और वैवाहिक जीवन में समृद्धि आती है।

करवा चौथ 2025 का समय-सारिणी

• उदया तिथि: 9 अक्तूबर 2025, रात 10:54 बजे से
• व्रत समापन: 10 अक्तूबर 2025, रात 7:38 बजे
• चंद्रोदय: 10 अक्तूबर, शाम 7:42 बजे
• सरगी खाने का समय: सुबह 4:35 बजे से 5:23 बजे तक

सरगी का सेवन सुबह करने के बाद व्रती दिनभर निर्जला व्रत रखती हैं। व्रत के पालन और पूजा के समय की सटीक जानकारी व्रत को सफल बनाने और पति की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है।