गणेश चतुर्थी के के लिए इंदौर के प्रसिद्ध खजराना गणेश मंदिर में भगवान गणेश के लिए एक विशेष मुकुट तैयार किया गया है। यह मुकुट करीब 8 किलो शुद्ध चांदी से निर्मित है। आज, बुधवार को मंदिर परिसर में इस मुकुट को भगवान पर धारण करवाकर उसकी फिटिंग जांची गई। यह मुकुट विशेष डिजाइन में बनाया गया है, जिसे देखकर भक्तों में उत्साह और श्रद्धा का माहौल देखने को मिला।
सोने के मुकुट की तैयारी भी शुरू
मंदिर समिति और पुजारियों के अनुसार, प्रारंभिक योजना भगवान गणेश का मुकुट सोने से बनाने की थी, लेकिन उससे पहले चांदी का मुकुट बनवाकर उसकी आकृति और सुंदरता का परीक्षण किया गया। अब मंदिर प्रबंधन ने जल्द ही सोने का मुकुट तैयार करवाने की भी योजना बनाई है। इसके लिए दानदाताओं से सहयोग की अपील की जा रही है।
रिद्धि-सिद्धि और शुभ-लाभ का भी मुकुट बनेगा
मुख्य पुजारी पं. अशोक भट्ट ने जानकारी दी कि भगवान गणेश के साथ-साथ उनकी पत्नियाँ रिद्धि-सिद्धि और शुभ-लाभ के लिए भी मुकुट तैयार कराए जाएंगे। इन सभी मुकुटों में लगभग 11 किलो सोना उपयोग होगा। अकेले भगवान गणेश का मुकुट करीब 5 किलो सोने से निर्मित होगा। फिलहाल मंदिर के पास लगभग 4.5 से 5 किलो सोना उपलब्ध है, बाकी दानदाताओं से प्राप्त सोने से यह कार्य पूरा किया जाएगा।
भक्तों की उपस्थिति और पहला निमंत्रण
चांदी का मुकुट पहनाने की प्रक्रिया के दौरान नगर निगम आयुक्त और मंदिर प्रशासक शिवम वर्मा, एसडीएम विनोद राठौर, ट्रैफिक डीसीपी मनोज खत्री, अपर आयुक्त अभय राजनगांवकर और मुख्य पुजारी पं. अशोक भट्ट सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। मुकुट पहनाने के पश्चात मंदिर प्रशासक ने आगामी गणेश उत्सव का पहला निमंत्रण स्वयं भगवान खजराना गणेश को अर्पित किया।