Khaleel Ahmed: भारतीय तेज गेंदबाज़ खलील अहमद ने निजी कारणों के चलते इंग्लैंड की काउंटी टीम एसेक्स के साथ अपना करार तय समय से पहले ही समाप्त कर दिया है। क्लब ने सोमवार को इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि 26 वर्षीय खलील अब भारत लौट चुके हैं। वह जून में दो महीने के अनुबंध पर एसेक्स से जुड़े थे और उन्हें रेड और व्हाइट बॉल फॉर्मेट दोनों में खेलने के लिए साइन किया गया था।
Khaleel Ahmed का सिर्फ दो मैचों तक सीमित रहा सफर
खलील का यह काउंटी कार्यकाल मूल रूप से सितंबर के अंत तक चलने वाला था, जिसमें उन्हें छह काउंटी चैम्पियनशिप मैच और रॉयल लंदन वनडे कप में अधिकतम दस लिस्ट ए मुकाबले खेलने थे। लेकिन वह केवल दो प्रथम श्रेणी मैच ही खेल सके, जिसमें उन्होंने चार विकेट लिए, वह भी औसतन 64.50 के साथ — जो उनके प्रभाव को सीमित दर्शाता है।
एसेक्स क्लब ने एक बयान में कहा, “हमें खलील के जल्दी लौटने से निराशा है, लेकिन हम उनके फैसले का सम्मान करते हैं और उनके योगदान के लिए आभार व्यक्त करते हैं। हम उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हैं।” क्लब ने उनके जाने के कारणों के बारे में और विवरण साझा नहीं किया, केवल यह बताया कि यह निजी कारणों की वजह से हुआ है।
Khaleel Ahmed का भारत ए के प्रदर्शन के दम पर हुआ था चयन
खलील को एसेक्स ने भारत ए के लिए उनके शानदार प्रदर्शन के आधार पर अनुबंधित किया था। इंग्लैंड लायंस के खिलाफ एक प्रथम श्रेणी मुकाबले में उन्होंने 70 रन देकर 4 विकेट लिए थे। उनकी बाएं हाथ की गेंदबाजी और सीमित ओवरों में प्रभावी रिकॉर्ड को देखते हुए एसेक्स ने उन्हें अपने स्क्वॉड में शामिल किया था।
Khaleel Ahmed का अंतरराष्ट्रीय और घरेलू करियर
खलील अहमद ने 2019 के बाद से भारत के लिए कोई अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला है। उन्होंने अब तक 11 वनडे और 14 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं, जिसमें क्रमशः 15 और 13 विकेट अपने नाम किए हैं। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उनका रिकॉर्ड भी प्रभावशाली रहा है — 22 मैचों में 60 विकेट, औसत 30.13।
राजस्थान के लिए खेलने वाले खलील ने हाल के वर्षों में रेड बॉल क्रिकेट में भी अपने प्रदर्शन को निखारा है। वह पिछले वर्ष दलीप ट्रॉफी में भी शामिल थे और इस वर्ष अगस्त के अंत में शुरू होने जा रही घरेलू सीज़न की शुरुआत के लिए एक बार फिर चयन की दौड़ में हैं।
हालांकि इंग्लैंड में उनका प्रदर्शन उम्मीदों के अनुरूप नहीं रहा, लेकिन उनका जल्दी लौटना उन्हें भारत में होने वाली घरेलू तैयारियों में हिस्सा लेने का अवसर दे सकता है। विशेष रूप से, अगर वह राजस्थान या अपनी जोनल टीम के लिए दलीप ट्रॉफी जैसे टूर्नामेंटों में चयनित होते हैं तो यह वापसी उनके लिए फायदेमंद साबित हो सकती है।