Ladli Behana: लाड़ली बहनों के लिए गुड न्यूज़, PM Awas Yojana में केंद्र-राज्य दोनों से मिलेंगे लाखों रुपए

Ladli Behana: मध्य प्रदेश में लाड़ली बहना योजना के लाभार्थियों को अब प्रधानमंत्री आवास योजना में प्राथमिकता मिलेगी। नगरीय विकास एवं आवास विभाग ने प्रधानमंत्री आवास योजना 2.0 में इस प्रावधान को शामिल करते हुए प्रस्ताव तैयार किया था, जिसे वित्त विभाग ने स्वीकृति दे दी है। इस पहल का उद्देश्य लाड़ली बहनों को आवासीय सुरक्षा प्रदान करना और उनके जीवन स्तर में सुधार करना है। प्रधानमंत्री आवास योजना 2.0 में यह प्रावधान भी किया गया है कि यदि आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग का पात्र व्यक्ति आवास निर्माण के लिए भूखंड रखता है, तो उसे सरकार की ओर से अनुदान प्रदान किया जाएगा। इस संशोधित योजना पर अंतिम निर्णय कैबिनेट की आगामी बैठक में लिया जा सकता है। यह कदम समाज के वंचित वर्गों को आवासीय सहायता प्रदान करने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है।

विधानसभा चुनाव से पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की थी कि मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना की उन हितग्राहियों के लिए विशेष योजना लागू की जाएगी, जिनके पास स्वयं का आवास नहीं है। भाजपा ने इस वादे को अपने संकल्प पत्र में भी शामिल किया है, जिससे लाड़ली बहनों को आवासीय सुरक्षा प्रदान करने की प्रतिबद्धता दोहराई गई है। यह योजना महिलाओं के सशक्तिकरण और जीवन स्तर में सुधार के लिए एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।

क्योंकि कई लाड़ली बहनें प्रधानमंत्री आवास योजना की पात्रता में भी आती हैं, सरकार ने इस संकल्प को केंद्र की योजना के साथ जोड़कर क्रियान्वित करने का निर्णय लिया है। इसके तहत, अफोर्डेबल हाउसिंग स्कीम में राज्य सरकार द्वारा दी जाने वाली सहायता राशि को एक लाख रुपये से बढ़ाकर डेढ़ लाख रुपये करने का प्रस्ताव है। इतनी ही राशि केंद्र सरकार भी प्रदान करेगी, जिससे पात्र लाभार्थियों को आवास निर्माण में अधिक वित्तीय सहायता मिल सकेगी।

शहरी क्षेत्र के वे परिवार जो प्रधानमंत्री आवास योजना 2.0 के तहत पात्र होंगे, वे वे परिवार हैं जिनके पास स्वयं का पक्का आवास नहीं है। इस योजना में प्रधानमंत्री स्वनिधि, प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के हितग्राहियों के अलावा सफाई कर्मचारी, श्रमिक, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के आवेदकों को प्राथमिकता दी जाएगी। यह कदम उन वर्गों को आवासीय सहायता देने के लिए उठाया गया है जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और जिनकी जरूरत अधिक है।