श्री चित्रगुप्त कायस्थ सभा ललितपुर का चुनाव 19 फरवरी को,

आज से प्रारंभ होगी नामांकन प्रक्रिया,19 फरवरी को होगे चुनाव

ललितपुर। आज श्री चित्रगुप्त कायस्थ सभा ललितपुर की एक आवश्यक बैठक मुख्य चुनाव अधिकारी अजय श्रीवास्तव की अध्यक्षता में चुनाव कार्यालय प्रशान्ति विद्या मन्दिर ललितपुर में सम्पन्न हुयी जिसमे श्री चित्रगुप्त कायस्थ सभा ललितपुर के चुनाव दिनांक 19 फरवरी 2023 को कराने का निर्णय लिया गया। मुख्य चुनाव अधिकारी अजय श्रीवास्तव ने बताया कि नामांकन प्रक्रिया 08 फरवरी 2023 से 10 फरवरी 2023 तक दिन में 12.00 बजे से 05:00 बजे सायं तक होगी। नामांकन पत्र सदस्यता सूची सहित 100/- रू0 में उपलब्ध होगा।

नामांकन पत्रों की जांच 11 फरवरी 2023 के सांय 04 बजे तक होगी, तथा नाम वापिसी 11 फरवरी 2023 को सायंकाल 5:00 बजे तक होगी। उन्होंने बताया कि उपरोक्त कार्यक्रम चुनाव कार्यालय प्रशान्ति विद्या मन्दिर ललितपुर में होगें। केवल मतदान प्रक्रिया एवं मतगणना श्री नृसिंह मन्दिर धर्मशाला, तालाबपुरा में सम्पन्न होगी। श्री श्रीवास्तव ने कहा कि नामांकन के समय प्रत्याशी उनके प्रस्तावक एवं समर्थक को अपना कोई भी अधिकृत फोटो पहचान पत्र नामांकन पत्र के साथ जमा करना होगा। मतदान 19 फरवरी 2023 (दिन रविवार) को दिन में 10:00 बजे से 3:00 बजे अपरान्ह तक होगा तथा सायंकाल 4:00 बजे से मतगणना प्रारम्भ होगी तदुपरान्त परिणाम घोषित होंगे।

चुनाव अधिकारी अनुराग शरण श्रीवास्तव ने बताया कि यदि कोई कायस्थ बन्धु सदस्य बनने से वंचित रह गये है तो वह मतदान से पूर्व 17 फरवरी 2023 के 5:00 बजे सायंकाल तक तीनों चुनाव अधिकारियों में से किसी से भी सम्पर्क कर सदस्यता ग्रहण कर सकते है। इन अतिरिक्त सदस्यों की सूची 18 फरवरी 2023 को सायं 5:00 बजे प्रत्याषी चुनाव कार्यालय से प्राप्त कर सकते है।

सुरेश श्रीवास्तव चुनाव अधिकारी ने बताया कि चुनाव अध्यक्ष, मंत्री, कोषाध्यक्ष, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, कनिष्ठ उपाध्यक्ष, उप मंत्री, संगठन मंत्री, सांस्कृतिक मंत्री, प्रचार मंत्री, आडीटर एवं 11 कार्यकारिणी सदस्यों के पदों हेतु सम्पन्न कराया जायेगा। उन्होंने कहा कि किसी भी जानकारी आदि के लिये चुनाव अधिकारियों से फोन पर सम्पर्क किया जा सकता है।
बैठक मे तीनों चुनाव अधिकारियों के अलावा कार्यवाहक अध्यक्ष कैलाश बहादुर श्रीवास्तव, कार्यवाहक मंत्री विपिन बिहारी सक्सैना, के अतिरिक्त अन्य स्वजातीय बन्धु उपस्थित रहे।