स्वतंत्र समय, इंदौर
करोड़ों की जमीन घोटाले के आरोपी और भूमाफिया ( Land mafia ) चंपू अजमेरा और उसके गुंडों का आतंक बरकरार है। सुप्रीम कोर्ट से शर्तों के साथ जमानत पर चल रहे चंपू अजमेरा के गुंडों द्वारा फीनिक्स टाउनशिप के प्लाट धारकों की जमीन पर कब्जा करने और प्लाट मालिकों को कब्जा छोडऩे के बदले में स्क्वायर फिट के हिसाब से पैसा मांगने और धमकाने का मामला सामने आया है। फरियादी ने इस संबंध में लसुडिय़ा थाने में शिकायत दर्ज कराई है लेकिन उस पर भी अभी तक कोई एक्शन नहीं लिया गया है।
Land mafia पर कॉलोनी काटने की दर्ज कराई थी शिकायत
वहीं घाटकोपर मुंबई की रहने वाली अनिता नीमा ने भी दिसंबर 2024 में फीनिक्स टाउनशिप में पूर्व डायरेक्टर पवन कुमार अजमेरा, नीलेश अजमेरा, रितेश उर्फ चंपू अजमेरा, रजत बोहरा के खिलाफ अवैध कालोनी काटकर बिना कोई अनुमति लेकर प्लाट बेचने तथा पहले बेचे गए प्लाट पर कब्जा नहीं देने और लेग्सी इंफ्रा के नाम पर नई फर्म बनाकर अवैध कालोनी काटने की शिकायत दर्ज कराई थी, जिस पर भी जांच चल रही है। ताजा मामले में मिली जानकारी के मुताबिक रामकृष्ण सुरमा ने अपने मित्र अंकित परमार के साथ फीनिक्स टाउन शिप केसोद हाला में खसरा नंबर 283 में दो प्लाट 1058 और 1059 खरीदे थे। प्लाट खरीदने के बाद सीमांकन और नामांकन के लिए आवेदन तहसील कार्यालय में दिया जा चुका है। रामकृष्ण ने बताया कि पिछले दिनों प्लाट पर मकान का निर्माण करवाने के लिए जब मैं ठेकेदार के साथ प्लाट पर पहुंचा तो हमारे प्लाट पर लेग्सी इंफ्रा का बोर्ड लगाकर संजय गोयल एवं अन्य लोगों ने अवैध कब्जा कर रखा है। गोयल से फोन पर जब बात की गई तो उनका कहना था कि तहसीलदार से हमारी सेटिंग है और तुम्हारा सीमांकन और नामांतरण का आवेदन खारिज करवा देंगे। यदि तुमको इस प्लाट पर निर्माण करना है तो 3000 रुपए प्रति स्क्वायर फिट के हिसाब से पैसे दे दो और निर्माण कर लो। इस संबंध में लसूडिय़ा थाने में 22 फरवरी को शिकायत भी की है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। साथ ही 8 दिन पूर्व ही फरियादी ने अपने प्लाट से अतिक्रमण हटाने के लिए सीएम हेल्प लाइन में शिकायत की थी जिस पर जूनी इंदौर तहसील से अतिक्रमण हटा दिया, बताकर शिकायत को बंद कर दिया गया है।
कोर्ट में मामला फिर भी प्लॉटों का खेल जारी
फीनिक्स टाउनशिप कैलोद हाला में एक सर्वे नंबर 292 भी है, जिसका रकबा 1.862 हेक्टेयर है। अब इस सर्वे नंबर को हाई कोर्ट में केस चलने के बाद भी अगस्त 2024 में मूल किसानों ने मेसर्स द लेग्सी इंफ्रा फर्म के सावन जैन, पुनिल जैन और हेमेंद्रसिंह राणावत को बेच दिया। वहीं फर्म उक्त सर्वे नंबर पर अलग से कृपा विहार टाउनशिप बताकर प्लॉटिंग कर सौदे कर रही है, जबकि इन सर्वे नंबर की पहले से टीएंडसीपी फीनिक्स टाउनशिप के नाम है। मामला हाई कोर्ट में चलने और कंपनी लिक्वीडेशन में होने से यहां प्लॉटों की खरीदी-बिक्री नहीं हो सकती। बावजूद इसके प्लॉटों के बेचने का खेल हो रहा है। वहीं इस मामले में अपर तहसीलदार जूनी इंदौर ने दस किसानों को नोटिस जारी किया है जबकि कायदे से नोटिस द लेग्सी इन्फ्रा फर्म के कर्ताधर्ताओं को जारी होना चाहिए, जो किसानों की आड़ में जमीन बेच रहे हैं।