किसानों की आर्थिक मदद के लिए केंद्र सरकार और राज्य सरकार निरंतर नई पहल कर रही हैं। इसी कड़ी में, बिहार के कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने राज्य के 15 जिलों के 40 फूल उत्पादक किसानों को कृषि भवन, पटना से पश्चिम बंगाल के मेदनीपुर की ओर शैक्षणिक परिभ्रमण हेतु रवाना किया। इस कार्यक्रम के तहत, किसानों को फूलों की खेती की नई विधियों को जानने और सीखने का मौका मिलेगा। साथ ही, मंत्री ने पटना जिले के किसानों के बीच मशरूम किट वितरण योजना का शुभारंभ भी किया। इस योजना के तहत किसानों को मशरूम उत्पादन के लिए किट दी जाएगी, जिससे वे मशरूम की खेती कर सकेंगे और अपनी आय में वृद्धि कर सकेंगे।
कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि इस दो दिवसीय कार्यशाला में राज्य के 15 जिलों के किसान भाग ले रहे हैं, जहां गेंदा फूल की खेती मुख्य रूप से होती है। इन किसानों को फूलों की आधुनिक खेती के बारे में विशेष जानकारी प्राप्त करने के लिए मेदनीपुर, पश्चिम बंगाल भेजा गया है। इस प्रशिक्षण से राज्य में फूलों के उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा, और मुख्यमंत्री के निर्देश पर कृषक अपनी आय में भी वृद्धि कर पाएंगे।
इसके अलावा, प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले फूल उत्पादक किसानों को फूलों की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए सूक्ष्म सिंचाई योजना का लाभ भी दिया जाएगा। जो किसान शेडनेट में फूलों की खेती करना चाहते हैं, उन्हें इस योजना में विशेष प्राथमिकता दी जाएगी, जिससे वे और अधिक लाभ उठा सकें।
कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में किसानों के बीच कुल 8 लाख मशरूम किट वितरण किया जाएगा, जिसका वित्तीय लक्ष्य 440 लाख रुपये है। इसके अलावा, इस वर्ष सरकार द्वारा झोपड़ी में मशरूम और वातानुकूलित मशरूम इकाई की योजना भी चलायी जा रही है। झोपड़ी में मशरूम उत्पादन के तहत 38 जिलों में 800 झोपड़ियों का निर्माण लक्ष्य निर्धारित किया गया है, और वातानुकूलित मशरूम उत्पादन इकाई के लिए 20 इकाइयों का लक्ष्य रखा गया है।
मशरूम उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए, राज्य और केंद्र सरकार द्वारा मशरूम किट पर 90 प्रतिशत तक सहायतानुदान दिया जा रहा है। वहीं, झोपड़ी में मशरूम और वातानुकूलित इकाइयों के लिए 50 प्रतिशत तक सहायता प्रदान की जा रही है, ताकि किसानों को इन योजनाओं का लाभ मिल सके और वे अपनी आय में वृद्धि कर सकें।
इस कार्यक्रम के दौरान कृषि सचिव संजय कुमार अग्रवाल, बिहार राज्य बीज निगम के एम॰डी॰ डॉ॰ आलोक रंजन घोष, कृषि निदेशक नितिन कुमार सिंह, निदेशक उद्यान अभिषेक कुमार, अपर सचिव शैलेंद्र कुमार और कल्पना कुमारी, स्वास्थ्य एवं कृषि विभाग के आप्त सचिव अमिताभ सिंह, बामेती के निदेशक धनंजय पति त्रिपाठी सहित अन्य पदाधिकारी भी उपस्थित थे। इस अवसर पर किसानों के कल्याण के लिए विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी गई और उन्हें इन योजनाओं का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया गया।