मध्य भारत में बना सबसे बड़ा एजुकेशन हब, एक ही छत के नीचे कोचिंग से लेकर हॉस्टल तक सब कुछ, जानकर आप भी चौंक जाएंगे!

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने शिक्षा क्षेत्र में एक बड़ी घोषणा की है। उन्होंने बिलासपुर में एक अत्याधुनिक एजुकेशन सिटी बनाने का ऐलान किया है। यह प्रोजेक्ट न सिर्फ राज्य के छात्रों के लिए बल्कि पूरे मध्य भारत के लिए एक बड़ी सौगात साबित हो सकता है। मुख्यमंत्री के अनुसार, एजुकेशन सिटी का निर्माण जल्द ही शुरू किया जाएगा, जहां छात्रों को सभी आवश्यक सुविधाएं एक ही स्थान पर उपलब्ध होंगी।

13 एकड़ में बनेगा अत्याधुनिक एजुकेशन हब

यह एजुकेशन सिटी बिलासपुर के मधुबन क्षेत्र में बनाई जाएगी, जो अरपा नदी के किनारे स्थित है। कुल 13 एकड़ भूमि पर इसे विकसित किया जाएगा। खास बात यह है कि इस परियोजना को स्मार्ट सिटी मिशन के तहत शामिल किया गया है और इसकी लागत लगभग 100 करोड़ रुपये आंकी गई है। स्मार्ट सिटी लिमिटेड और नगर निगम इस परियोजना को मिलकर तैयार करेंगे। इस सिटी को इस तरह डिज़ाइन किया जाएगा कि यह छात्रों की हर शैक्षणिक जरूरत को पूरा कर सके।

छात्रों के लिए होंगी कई सुविधाएं

इस एजुकेशन सिटी में छात्रों के लिए कोचिंग सेंटर, हॉस्टल, लाइब्रेरी और ऑडिटोरियम जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं एक ही परिसर में मौजूद होंगी। इससे छात्रों को अलग-अलग जगह भटकने की जरूरत नहीं होगी और वे पढ़ाई पर ज्यादा फोकस कर पाएंगे। लाइब्रेरी में डिजिटल संसाधन, साइलेंट ज़ोन और ग्रुप स्टडी एरिया होंगे, वहीं ऑडिटोरियम में शैक्षणिक कार्यक्रम, सेमिनार और कार्यशालाएं आयोजित की जा सकेंगी।

मध्य भारत का सबसे बड़ा शिक्षा केंद्र बनने की तैयारी

सरकार का दावा है कि यह एजुकेशन सिटी मध्य भारत का सबसे बड़ा शिक्षा हब बनेगा। इससे न केवल बिलासपुर बल्कि आसपास के जिलों और राज्यों के भी छात्र लाभान्वित होंगे। इसके साथ ही यह परियोजना स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी पैदा करेगी। राज्य सरकार इसे जल्द से जल्द शुरू करने और निर्धारित समय में पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है। एजुकेशन सिटी के निर्माण से बिलासपुर का नाम देश के प्रमुख शैक्षणिक शहरों में शुमार हो सकता है।