7 मई को ऑपरेशन सिंदूर के बाद से भारत पाकिस्तान के बीच तनाव का माहौल बना हुआ था।जिसके बाद कई दिनों से चल रही गोलीबारी के बाद कल रात जम्मू -कश्मीर का माहोल शांत रहा। भारतीय सेना ने इसकी जानकारी देते हुए ,आज सुबह एक बयान जारी कर कहा कि कई दिनों तक भारी गोलाबारी के बाद जम्मू-कश्मीर और अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगे अन्य इलाकों में शांति की रात देखी गई। दरअसल 23 अप्रैल से लेकर 6 मई तक नियंत्रण रेखा के विभिन्न सेक्टरों में छोटे हथियारों से गोलीबारी हुई, जिसके बाद 7 से 11 मई मे यह गोलीबारी हवाई हमलों में तब्दील हो गई।
19 दिनों में पहली बार रही शांतिपूर्ण रात
भारतीय सेना ने बयान जारी करते हुए कहा कि शनिवार शाम को दोनों देशों के बीच संघर्ष विराम पर सहमति बनने के बाद रविवार और सोमवार की दरम्यानी रात जम्मू-कश्मीर और अन्य सीमावर्ती इलाकों में शांति रही। यह 19 दिनों में पहली बार हुआ जब पूरी रात कोई संघर्ष विराम उल्लंघन नहीं हुआ।
पुंछ हालात हो गए है सामान्य
पुंछ जिले के सुरनकोट इलाके में हाल ही में भारी गोलाबारी के वजह से वहां के रहवासियों में डर का माहौल था । लोग अपने घर छोड़ने पर मजबूर हो गए थे। बता दे कई लोग पास के पहाड़ी गांवों और बंकरों में शरण लिए हुए थे, जबकि कुछ जम्मू के सुरक्षित क्षेत्रों की ओर पलायन कर गए थे। अब स्थिति में सुधार के बाद लोग अपने घरों को लौटने लगे हैं।
अन्य क्षेत्रों में भी स्थिति हुयी सामान्य
सीमावर्ती जिलों जैसे राजौरी, श्रीनगर, पठानकोट, अखनूर, कुलगाम, बडगाम और श्रीगंगानगर के अलावा, चंडीगढ़ और अन्य शहरी क्षेत्रों में भी हालात अब सामान्य हो चुके हैं। चंडीगढ़ प्रशासन ने रविवार को सभी प्रतिबंध हटा दिए और कहा कि अब दैनिक जीवन पूरी तरह सामान्य है।सीमा पर इतने दिनों संघर्ष के बाद अब दैनिक जीवन वापस पटरी पर आ चूका है । दुकानों को सामान्य समय के अनुसार खोलने की अनुमति दे दी गई है।
सरकार ने रहवासियों से ये अपील कि है ,कि वो किसी भी अपवाह पर भरोषा न करे और सरकारी गाइडलाइन्स को फॉलो करे ।