नवरात्रि की शुरुआत से पहले पड़ेगा आखिरी सूर्य ग्रहण, घटस्थापना पर क्या होगा इसका असर?

शारदीय नवरात्रि यानी मां दुर्गा की भक्ति और आराधना का महापर्व शुरू होने ही वाला है। इस बार खास बात यह है कि नवरात्रि की शुरुआत से ठीक पहले साल का आखिरी सूर्य ग्रहण पड़ रहा है। ऐसे दुर्लभ संयोग को लेकर लोगों के मन में कई तरह की शंकाएँ उठ रही हैं, खासकर घटस्थापना को लेकर। प्रश्न यह है कि क्या ग्रहण का असर नवरात्रि की पूजा और कलश स्थापना पर पड़ेगा?

कब लगेगा साल का अंतिम सूर्य ग्रहण

2025 का अंतिम सूर्य ग्रहण 21 सितंबर की रात 11 बजे से शुरू होगा और 22 सितंबर की सुबह 3 बजकर 23 मिनट पर समाप्त होगा। दिलचस्प बात यह है कि यह अवधि नवरात्रि के पहले दिन यानी 22 सितंबर की सुबह तक रहेगी। यही कारण है कि लोग असमंजस में हैं कि क्या ग्रहण की वजह से कलश स्थापना प्रभावित होगी।

नवरात्रि पर ग्रहण का असर?

ज्योतिष विशेषज्ञों के अनुसार, इस सूर्य ग्रहण का नवरात्रि पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ेगा। कारण यह है कि यह ग्रहण भारत में दिखाई ही नहीं देगा। ग्रहण का प्रभाव केवल वहीं माना जाता है, जहाँ यह प्रत्यक्ष रूप से दिखता है। इसलिए, भारत में धार्मिक अनुष्ठान, पूजा-पाठ और पर्व-त्योहार पूर्व निर्धारित समय पर बिना किसी बाधा के सम्पन्न होंगे। भक्त पूरी श्रद्धा और उत्साह के साथ मां दुर्गा की उपासना कर सकते हैं।

घटस्थापना का महत्व और ग्रहण से जुड़ा प्रश्न

नवरात्रि के पहले दिन घटस्थापना या कलश स्थापना सबसे अहम अनुष्ठानों में गिनी जाती है। शास्त्रों में इसका विशेष महत्व बताया गया है और इसे शुभ मुहूर्त में करना आवश्यक माना गया है। चूँकि यह सूर्य ग्रहण भारत में दृश्यमान नहीं होगा, इसलिए घटस्थापना का शुभ कार्य निर्धारित समय पर ही किया जाएगा।

नवरात्रि 2025 का घटस्थापना मुहूर्त

इस बार घटस्थापना के लिए शुभ समय 22 सितंबर 2025 को सुबह 6 बजकर 9 मिनट से 8 बजकर 6 मिनट तक रहेगा। यह मुहूर्त कुल 1 घंटा 56 मिनट का है। भक्तजन इस अवधि में पूरे विधि-विधान के साथ कलश स्थापना कर सकते हैं और मां दुर्गा की नौ दिनों की आराधना का शुभारंभ कर सकते हैं।