मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में बसाए गए चीतों ने एक बार फिर अपने बाड़े की सीमा लांघ दी है! कल रात पांच चीते जंगल की रहस्यमयी परछाइयों में चुपचाप निकल पड़े और आज सुबह तक शिवपुरी जिले के पोहरी इलाके में पहुंच गए। वहीं शिवपुर में खेतों में जैसे ही 5 चीतों ने एक साथ दस्तक दी तो ग्रामीणों में भय व्याप्त हो गया। यहीं एक साथ पांच चीतों को देखने के लिए भीड़ जंगल किनारे उमड़ पड़ी। जैसे जंगल में कोई मेगा शो शुरू हो गया हो!
कुनों में बढ़ रहा है चीतो का साम्राज्य
कुनों नेशनल पार्क में नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से लाए गए 20 चीतों में से 10 मादाएं थीं। जिसमें से वर्तमान में सात मादाएं जीवित हैं, जिनसे कुनों में कुनबा बढ़ रहा है।
धीरा को है घुमने का शौक
धीरा चीता को हाल ही में कूनो की सीमा से बाहर जाते हुए देखा गया था। वह कराहल के वन क्षेत्र तक पहुंच गई थी, इसलिए एहतियातन उसे वापस पकड़कर बाड़े में शिफ्ट कर दिया गया है। अब धीरा समेत बाड़े में कुल 13 चीते हैं, लेकिन उसके बाद भी लगातार चीते कुनों की सरहते पार करके शिवपुरी तक पहुंच रहे है। ये चीती शिवपुरी तक क्यों जा रहे है? इसका कारण खोजने के लिए वन विभाग लगातार जांच कर रहा है। इसके साथ ही कुछ चीतों पर विशेष नजर रखी जा रही है। खुले जंगल में अब भी 16 चीते विचरण कर रहे हैं, जिनमें ज्वाला के शावक भी शामिल हैं।
माधव नेशनल पार्क में टाइगर से सामना न हो जाए चीतों का
वहीं कूनो नेशनल पार्क की टीम भी लगातार चीता ट्रैकिंग में लगी है. बता दें कि शिवपुरी के माधव नेशनल पार्क से लगा हुआ है कूनो नेशनल पार्क. कूनो नेशनल पार्क में रहने वाले चीता आमतौर पर वहीं रहते हैं. लेकिन अक्सर यह इलाका छोड़कर शिवपुरी की तरफ रुख करने लगते हैं. माधव नेशनल पार्क शिवपुरी का इलाका टाइगर रिजर्व घोषित किया गया है. ऐसे में शिवपुरी नेशनल पार्क के पास चीतों के मूवमेंट से वन विभाग भी चिंतित है. क्योंकि टाइगर कभी ये सहन नहीं कर सकता कि उनकी जमीन पर चीते आएं.